बीजिंग, 3 मई: (पी टी आई) चीन ने आज लद्दाख में दीपसांग वादी से अपने दस्तों को हटाने के लिए कोई वक़्त मुक़र्रर करने से इनकार कर दिया लेकिन कहा कि ये मसला जिस ने बाहमी रवाबित में नई कशीदगीयाँ पैदा कर दी हैं, मुज़ाकरात के ज़रीया मुनासिब ढंग से अनक़रीब हल कर लिया जाएगा।
आप ने एक निहायत मख़सूस सवाल उठाया और मैं इआदा कर देना चाहती हूँ कि चीनी दस्ते हिंदूस्तान और चीन के दरमियान हक़ीक़ी ख़त क़बज़ा (एल ओ सी) की चीनी सिम्त मामूल की पेट्रोलिंग अंजाम देते हैं, चीनी वज़ारत ए ख़ारेजा तर्जुमान हुआचोनयेंग ने मीडीया ब्रीफिंग को ये बात बताई।
वो इस ताल्लुक़ से एक सवाल का जवाब दे रही थीं कि चीनी दस्ते कब तक दौलत बैग ओल्डी (डी बी ओ) में मौजूद रहने का इरादा रखते हैं, जहां उन्होंने खे़मे डाल रखे हैं। चीन और हिंदूस्तान इस मसले के ताल्लुक़ बातचीत कर रहे हैं ताकि इस मसले की मुकम्मल और मुनासिब यकसूई की जा सके, वज़ारती तर्जुमान ने इस बात के साथ फ़ौजी ओहदेदारों के दरमियान जारी मुज़ाकरात के मौजूदा रा के साथ साथ नए मेकानिज़म का भी हवाला दिया जो दोनों मुल्कों ने सरहद से मुताल्लिक़ मख़सूस मसाइल की यकसूई के लिए गुज़श्ता साल तशकील दिया है।
ये पूछने पर आया चीन ने हिंदूस्तानी दस्तों के बनाए गए कोई बनकरों और खाइयों पर ऐतराज़ किया, उन्होंने कहा, चीन ऐसे किसी भी इक़दाम का मुख़ालिफ़ है जो एल ओ सी की ख़िलाफ़वरज़ी हो।