नासा ने हाल ही में एक सैयारा दरयाफ़्त किया, जिसे ज़मीन नंबर दो क़रार दिया जा रहा है। ये सैयारा बिलकुल ज़मीन जैसा है और कहा जा रहा है। इस सैयारे पर मुम्किना ज़िंदगी का सुराग़ लगाने के लिए चीन दुनिया की सब से बड़ी दूरबीन बनाने में मसरूफ़ है।
नासा की ख़लाई दूरबीन कैलिपर ने हाल ही में सैयारा 452B दरयाफ़्त किया है, जिसे ज़मीन से बेपनाह मुमासिलत की वजह से “Earth 2.0” का नाम दिया गया है।
ये सैयारा ज़मीन से 14 सौ नूरी साल के फ़ासले पर है, यानी अगर रोशनी की रफ़्तार से सफ़र किया जाए, तो भी इस सैयारे तक पहुंचने में 14 सौ बरस दरकार होंगे।
चीन ने ऐलान किया है कि वो दुनिया की सब से बड़ी रेडीयो दूरबीन की तैयारी में मसरूफ़ है, जिस से इस नई दरयाफ़्त की गई ज़मीन पर मुम्किना ज़िंदगी की मौजूदगी की बाबत शवाहिद इकट्ठे किए जाएंगे।
बताया गया है कि ये दूरबीन फुटबाल के 30 मैदानों के बराबर होगी। ये दूरबीन चीनी सूबे गवीज़ाओ में क़ायम की जा रही है। इस दूरबीन से आऊटर स्पेस में चीनी मुशाहदात में इज़ाफ़ा हो जाएगा।