चीन पर बढ़ रहा बेरोजगारी का दबाव

बीजिंग: चीन ने इस बात को माना है कि इस के यहां रोज़गार पर दबाव बढ़ रहा है। जारी साल की पहली सहि माही में शहरी बेरोज़गार की शरह 4.1 फ़ीसद रही है, जबकि इस बीच‌ 34.2 लाख नए रोज़गार के मवाक़े पैदा हुआ।

इंसानी वसाइल समाजी तहफ़्फ़ुज़ की वज़ारत के तर्जुमान यिन चे गुज्जी ने कहा, रोज़गार पर दबाव‌ बढ़ रहा है, क्योंकि नौकरी चाहने के शौक़ीन लोगों की तादाद में इज़ाफ़ा हो रहा है।

सरकारी एजैंसी के मुताबिक़, जनवरी से मार्च की मुद्दत में शहरी बेरोज़गारी की शरह 4.1 फ़ीसद पर मुस्तहकम रही। साल के दौरान बेरोज़गारी की शरह 4.6 या इस से कम रखने का हदफ़ है।

यिन ने कहा कि आइन्दा सालों में कॉलिज ग्रैजूएटस को मुलाज़मत देने पर हुकूमत ख़ुसूसी तवज्जु देगी। इस साल चीन में रिकार्ड 69.9 तालिब-ए-इल्म ग्रैजूएशन होकर निकलेंगे। ये सालाना बुनियाद पर 2.8 फ़ीसद का इज़ाफ़ा है।