भारत की वज़ीरे ख़ारजा सुष्मा स्वराज ने कहा है कि भारत हमसाया ममालिक चीन और पाकिस्तान के दरमयान इक़्तिसादी राहदारी के सख़्त ख़िलाफ़ है और वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी जब गुज़िश्ता माह चीन गए थे तो मुज़ाकरात के दौरान इस मंसूबे की उन्हों ने सख़्त मुख़ालिफ़त की थी।
सुष्मा स्वराज हुकूमत का एक साल मुकम्मल होने के मौक़ा पर अपनी वज़ारत की कारकर्दगी की रिपोर्ट पेश कर रही थीं। वो वज़ीरे खारिजा ज़रूर हैं लेकिन ख़ारिजा पॉलिसी के बारे में ज़्यादा तर वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी ही बात करते हुए नज़र आते हैं।
तजज़िया निगारों के मुताबिक़ भारत का बुनियादी एतराज़ इस बात पर है कि ये राहदारी पाकिस्तान के ज़ेरे इंतेज़ाम कश्मीर से होकर गुज़रेगी और उसे फ़िक्र है कि ये बुनियादी ढांचा फ़ौजी मक़ासिद के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।