चीन के शोर्श ज़दा शुमाली सूबे सिंकियांग के एक शहर में हेड स्कार्फ़ या हिजाब का इस्तेमाल करने वाली ख़्वातीन और दाढ़ी वाले मर्दों के लिए बसों में सफ़र करने पर पाबंदी आइद कर दी गई है।
नाक़िदीन इसे मुसलमानों के ख़िलाफ़ इमतियाज़ी सुलूक की खुली मिसाल क़रार दे रहे हैं। सिंकियांग इगोर नसल के मुसलमानों का आबाई इलाक़ा है। इगोर बाशिंदे तुरकिश ज़ुबान बोलते हैं जो 25 मुख़्तलिफ़ ज़बानों से मिल कर बनी है।
सिंकियांग कई सालों से अदम इस्तिहकाम और शोर्श का शिकार है और बीजिंग हुकूमत इस का ज़िम्मेदार इस्लामी अस्करीयत पसंदों को ठहराती है जो इस इलाक़े को एक अलाहिदा और ख़ुदमुख़तार ख़ित्ता बनाने की मुहिम जारी रखे हुए हैं।
सरकारी मीडिया के मुताबिक़ चीनी हुकूमत ने सिंकियांग के शहर कारामे में पाँच तरह के मुसलमानों के बस में सफ़र करने पर पाबंदी आइद कर दी है।