बीजिंग 14 जुलाई: टमाटर के इन पौदों को ऑक्टोपस टोमाटो ट्रेज़ कहा जाता है क्युं कि उनकी छतरी 40 से 50 मुरब्बा मीटर तक फैलाई जा सकती है जब कि एसे एक पौदे से 40 हज़ार तक टमाटर हासिल किए जा सकते हैं।ये पौदे वॉल़्ट डिज़नी वर्ल्ड रीज़ोरट में आने वालों की तवज्जा का मर्कज़ बने हुए हैं और दुनिया के मुख़्तलिफ़ ममालिक से यहां तफ़रीह के लिए आने वालों को हैरत-ज़दा कर रहे हैं लेकिन टमाटर के ये ऑक्टोपस दरख़्त ना तो किसी तजुर्बा गाह में तैयार किए गए हैं और ना किसी ज़रई तहक़ीक़ का नतीजा हैं।
इस के बरअक्स ये चीन में बीजिंग के नवाही इलाक़ों में क़ुदरती तौर पर पाए जानेवाले टमाटरों के पौदे हैं। दुसरे मालूमात के मुताबिक़, टमाटर के इसी पौदे का दूसरा नाम हायर लोम टोमाटो ट्री भी है जिसके बीज कुछ साल पहले वॉल़्ट डिज़नी वर्ल्ड रीज़ोरट, फ़्लोरीडा के लैंड पवेलीयन में ज़राअत का मैनेजर बीजिंग से अपने साथ ले गया था। टमाटर का ये पौदा 13 से 18 महीनों में मुकम्मिल नशव-ओ-नुमा पाता है, जबकि छुटे से सातवीं महीने के दौरान इस से टमाटरों की पहली फ़सल हासिल की जा सकती है।एक मुकम्मिल नशव-ओ-नुमा पाने वाले ऑक्टोपस टमाटो ट्री से औसतन (एक मर्तबा में) 14 हज़ार टमाटर हासिल किए जा सकते हैं जबकि ज़्यादा से ज़्यादा पैदावार का रिकार्ड 32 हज़ार टमाटरों का है जिनका मजमूई वज़न 522 किलोग्राम था।