चीन से दोस्ती के लिए नौजवानों को तरग़ीब

वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह ने आज नौजवानों को तरग़ीब दी कि वो हिंदुस्तान और चीन के दरमयान अज़ीम तफ़हीम फ़राहम करें और कहा कि इससे हमारी दोस्ती एक ताक़तवर ताक़त बन जाएंगी।

वज़ीर आत्म ने अवाम से अवाम रवाबित को मजबूत‌ करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। वो अपनी क़ियामगाह पर चीनी नौजवानों के एक ग्रुप के साथ तबादला-ए-ख़्याल में मसरूफ़ थे। उन्होंने कहा कि अवाम से अवाम के बाहमी रवाबित और दोनों ममालिक के दरमयान अवाम के बाहमी तबादले बाहमी तफ़हीम में इज़ाफ़ा करने के सिलसिला में इंतिहाई अहम है।

दोनों ममालिक के नौजवानों को मुसावात की बुनियाद पर एक दूसरे के साथ रवाबित क़ायम करने चाहिए इस से हिंदुस्तान और चीन की दोस्ती एक अज़ीम ताक़त बन जाएगी। वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह चीन के साथ दोस्ताना ताल्लुक़ात के ज़बर्दस्त हामी हैं।

उन्होंने कहा कि चीनी क़ियादत के साथ उनकी बातचीत के दौरान दोनों ममालिक की क़ियादत ने तस्लीम किया कि अवाम से अवाम के रवाबित मजबूत‌ करने चाहिए। दोनों ममालिक के क़ाइदीन ने इस ज़रूरत पर ज़ोर दिया। चीनी नौजवानों के ग्रुप का इस्तिक़बाल करते हुए उन्होंने अपनी नेक ख़ाहिशात पेश कीं कि नौजवानों का हिंदुस्तान में क़ियाम उन केलिए एक हैरतअंगेज़ और पुर लुत्फ़ तजुर्बा साबित होगा।