सितंबर तशकील तेलंगाना के लिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी के दानिशमंदाना फ़ैसले के ख़िलाफ़ मुसलसिल बयानात देने पर चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी को ना सिर्फ़ बरतरफ़ किया जाये बल्कि डिसिप्लिन शिकनी पर सख़्त कार्रवाई की जानी चाहीए।
साबिक़ वज़ीर टी जीवन रेड्डी ने इस ख़्याल का इज़हार क्या। वो आर एंड बी गेस्ट हाउज़ में प्रिंट एंड इलैक्ट्रॉनिक मीडीया से बातचीत कररहे थे।
उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर आंध्र सीमा के बाग़ियाना ख़्यालात के हामिल कांग्रेस क़ाइदीन की पुश्तपनाही कररहे हैं। चीफ़ मिनिस्टर को चाहीए था कि वो पहले मुस्ताफ़ी होजाते फिर मनमानी करते।
उन्होंने कहा कि श्रीमती सोनीया गांधी के चुनाव से किरण कुमार रेड्डी चीफ़ मिनिस्टर बन गए। सोनीया गांधी के फ़ैसले को ग़लत कहने वाले को चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर रहना भी ग़लती है।
उन्होंने कहा कि अवामी ख़ाहिश का मतलब सिर्फ़ आंध्र सीमा अवाम की ख़ाहिश नहीं होती ,तेलंगाना की अवाम आंध्र प्रदेश की तशकील के साथ ही अलहिदगी का मुतालिबा करते आरहे हैं।
इसी लिए कांग्रेस आला क़ियादत तेलंगाना अवाम की ख़ाहिश का एहतेराम करके सही फ़ैसला किया है अब एक और फ़ैसला ये करना चाहीए था कि किरण कमा ररीडी को उनके ओहदे से बरतरफ़ कर दिया जाना था चुनांचे अब उन्हें फ़ौरी हटा दिया जाये।