चेन्नई: वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने चीफ़ मिनिस्टर तामिलनाडू जयललिता से उनकी क़ियामगाह पायस गार्डन में ज़ुहराना की दावत पर मुलाक़ात की जबकि ये मुलाक़ात पार्लियामेंट में मआशी इस्लाहात बिल की हिमायत हासिल करने के तनाज़ुर में एहमियत इख़तियार कर गई है।
ये बिल पार्लियामेंट में लेत-ओ-लाल का शिकार हो गया है। वज़ीरे अज़म ने मद्रास यूनीवर्सिटी में यौम क़ौमी हैंडलूम तक़ारीब का इफ़्तिताह करने के बाद सीधे चीफ़ मिनिस्टर की क़ियामगाह पहुंचे। बाब अलद अखिला पर उनका पुरतपाक ख़ैरमक़दम किया गया। बावसूक़ ज़राए ने बताया कि अन्ना डी ऐम के लीडर ने वज़ीर-ए-आज़म को लंच पर मदऊ किया था जिसे क़बूल कर लिया गया।
मुलाक़ात के दौरान चीफ़ मिनिस्टर ने वज़ीर-ए-आज़म से तामिलनाडू के मसाइल बिशमोल कर्नाटक और केरला का बैन रियासती दरियाई तनाज़आत पर तबादला-ए-ख़्याल किया और एक मैमोरंडम भी पेश किया गया। वाज़िह रहे कि अन्ना डी ऐम के लोक सभा में 30 और राज्य सभा में 11अरकान हैं और पार्लियामेंट में मआशी इस्लाहात बिल और तहवील अराज़ी बिल की मंज़ूरी में जयललीता का तआवुन हासिल करने के लिए वज़ीर-ए-आज़म ने तरग़ीब दी होगी।