बड़हिया-लखीसराय रेलवे स्टेशन के दरमियान बुध की देर रात तकरीबन 10:18 बजे टाटा-छपरा 18182 डाउन चेन पुलिंग कर ट्रेन रोका गया और डिब्बे के दोनों गेट को खोल दिया गया। गेट खुलते ही 15-16 की तादाद में असलाह बंद मुजरिम, जिनकी उम्र तकरीबन 15-20 के आस-पास थी सवार हुए और मुसाफिरों के साथ मारपीट शुरू कर दी। मुजरिम लूट-पाट करने लगे। लापरवाही तो यह थी के देर रात किउल स्टेशन पर पहुंचे मुसाफिरों की शिकायत तक दर्ज नहीं की गई और आखिरकार मुसाफिरों को अपनी शिकायत करने के लिए झाझा स्टेशन आना पड़ा।
ट्रेन में लूट की वाकिया तकरीबन आधे घंटे से ज्यादा वक़्त तक चली पर इस दौरान एक भी सेक्यूरिटी ट्रेन पर नहीं दिखे। लुटेरे बेखौफ होकर डिब्बे में बैठीं खातून मुसाफिरों के गहने-जेवरात और पैसे भी लूट रहे थे और छेड़छाड़ भी कर रहे थे। इस लूटपाट के दौरान ही डिब्बे में बैठीं तीन खातून को लुटेरों ने ट्रेन से उतारने की भी कोशिश किया, जिसका मुखालिफत करने पर मुसाफिरों के साथ मारपीट की गई।
64 मुसाफिरों से लाखों लूटे
ट्रेन के थ्री टियर डिब्बे में बैठे टोटल 64 मुसाफिर के साथ लुटेरों ने जमकर लूटपाट की। यहां तक कि उस डिब्बे मे तैनात टीईटी मनोज शर्मा को भी नहीं छोड़ा और उनका मोबाइल भी छीन लिया और उनके साथ मारपीट भी की गई। मुसाफिरों ने बताया कि बरौनी के पास ट्रेन में दो लुटेरे सवार हुए और उन दोनों की तरफ से चेन पुलिंग कर बोगी के दोनों गेट खोल दिए गए।