छापेमारी में पकड़ी पांच करोड़ की काली कमाई

इक़्तेसादी जुर्म यूनिट (इओयू) ने आइटीआइ के एक अनुदेशक और रियासत फूड कॉर्पोरेशन के एक फोर्ट ग्रेड के मुलाज़िम के ठिकानों पर छापेमारी कर करीब पांच करोड़ रुपये की मनकूला और गैर मनकूला जायदाद का खुलासा किया है। आरा के आइटीआइ में अनुदेशक के ओहदे पर कार कर रहे सत्येंद्र कुमार के तीन ठिकानों से इओयू ने दो करोड़ 94 लाख 26 हजार 938 रुपये की मनकूला और गैर मनकूला जायदाद का पता लगाया है जबकि भागलपुर में एसएफसी के दो ठिकानों से 91 लाख 74 हजार 300 रुपये की जायदाद बरामद की है।

मंडल के दो ठिकानों से इओयू की टीम ने 64 लाख 64 हजार रुपये की मनकूला और 27 लाख 10 हजार 300 रुपये की गैर मनकूला जायदाद बरामद की है। मंडल और उसकी बीवी के नाम भागलपुर के खंजरपुर चौक व जोगसर में दो एकड़ 80 डिसमिल जमीन और दोनों ही जगह पांच मंजिला मकान और मार्केट का पता चला है। इओयू की टीम इसकी कीमत महज 27 लाख 64 हजार रुपये आंक रही है। दोनों ही जमीन पर बने पांच मंजिला मकान की कीमत भी 32 लाख रुपये का अनुमान लगाया गया है।

जायदादों की तजवीज
छापेमारी में सत्येंद्र के ठिकानों से खुद और बीवी बबीता देवी के नाम पटना से लेकर मध्यप्रदेश के जबलपुर तक बीस मुकामात पर जमीन के कागजात बरामद किये गये हैं। इनमें नेउरी, रुकनपुरा, शाहजहांपुर, विजय विहार कॉलोनी, आदमपुर, अखितयारपुर, खोरैठा, सौलहैरी, यमुनापुर, कुंतपुर, हिरामनपुर, पटना और मध्यप्रदेश के जबलपुर में जमीन के कागजात शामिल हैं।

सभी मुकामात पर तकरीबन 19 एकड़ से ज़्यादा जमीन का पता चला है। बरामद कागजात में जमीन की कीमत एक करोड़ 67 लाख 19 हजार 938 रुपये है जबकि असल कीमत ज़्यादा हो सकती है।

सत्येंद्र के दानापुर के विजय विहार कॉलोनी और बिहटा के खेदलपुर में जेरे तामीर दो आलीशान मकान भी हैं, जिनकी कीमत एक करोड़ पांच लाख रुपये है। साथ ही सत्येंद्र, बीवी और दीगर खानदान के नाम मुखतलिफ़ बैंकों में 19 हजार सात हजार रुपये की जमा नकदी का भी पता चला है, जबकि उसके ठिकानों से तीन लाख रुपये के ज़्वेल्लरी भी मिले हैं।

इओयू के मुताबिक सत्येंद्र कुमार के मुखतलिफ़ ठिकानों से दो करोड़ 72 लाख 19 हजार 938 रुपये की मनकूला और 22 लाख सात हजार की गैर मनकूला जायदाद बरामद की है। इओयू की टीम ने इंकम के मालूम सोर्स से दो करोड़ 77 लाख 26 हजार 938 रुपये की ज़्यादा जायदाद रखने का एक मुकदमा दर्ज कर लिया है।