छोटा शकील की ललकार… दाऊद को पकडना हलवा है क्या!

नई दिल्ली: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को हुकूमत ए हिंद की तरफ से वापस लाने की कोशिशों से जुडे बयानों का डॉन के सबसे खास दोस्त छोटा शकील ने मजाक उडाया है। शकील ने एक अंग्रेजी अखबार से फोन पर बातचीत में कहा, हर बार जब कोई हुकूमत आती है, वह पहला बयान हमारे बारे में देती है। उ

सको लेके आएंगे, घुसकर लेके आएंगे। क्या हलवा है! बकरी का बच्चाा समझ रखा है क्या! लाना है तो उसको (छोटा राजन) लाओ न!

आपको बता दें कि आम इंतेखाबात के वक्त पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दाऊद को वापस लाने जैसे ऑपरेशन प्रेस रिलीज जारी करके नहीं किए जाते। अमेरिका ने पाकिस्तान को लादेन के खिलाफ कार्रवाई प्रेस रिलीज जारी करके नहीं की थी।

शकील ने दाऊद के हिंदुस्तान लौटने के सवाल पर कहा कि अब उसकी हिंदुस्तान लौटने की कोई खाहि‍श नहीं है। शकील के मुताबिक उनकी पेशकश को हुकूमत ए हिंद ने 1993 के मुम्बई ब्लास्ट के बाद ठुकरा दिया था और अब हिंदुस्तान आने का उनका कोई इरादा नहीं है।

शकील ने अखबार से कहा कि जब हम लोग 1993 के बाद हिंदुस्तान आना चाहते थे तो तुम्हारी हुकूमत ने इसकी इज़ाज़त नहीं दी। भाई की राम जेठमलानी से इस बारे में बात भी हो गई थी लेकिन आडवाणी ने गेम खेला।

गुजश्ता साल 16 सितम्बर को शकील की बेटी जोया की शादी पर पहुंचने के दौरान दाऊद को ठिकाने लगाने की साजिश के बारे में पूछे जाने पर शकील उखड गया। शकील ने कहा, सवाल वो करो जिसका जवाब मैं आपको दूं, वो ना करो जिसका जवाब नं दूं।

आज तक जितनी भी ऐसी मालूमात आई है एजेंसियां भी जानती हैं कि महज ख्याली पुलाव है। सिर्फ ख्वाब देखते हैं, इनका ख्वाब कभी पूरा नहीं होगा।

अखबार के मुताबिक शकील ने हिंदुस्तानी सेक्युरिटी एजेंसियों पर मुजरिमाना गैंगो को लेकर इम्तियाज यानी भेदभाव का इल्ज़ाम बरतने का इल्ज़ाम लगाया। शकील ने कहा कि ऐसी खबरें कब आईं कि हिंदुस्तान छोटा राजन को वापस लाने की कोशिश कर रहा है! क्या उसने लोगों को नहीं मारा! क्या वह जुर्म नहीं है! राजन के कहने के मुताबिक “हिंदू डॉन” शबिया पर छोटा राजन भडक गया। उसने कहा कि, यह मीडिया का काम है। पैट्रियॉट (हुब्बुल वतनी) है, तो आर्मी में ले लो न, बॉर्ड पर भेजो न! मुल्क के लिए काम करेगा। हिंदू डॉन का कॉन्सेप्ट आप लोगों का है, मीडिया का है। उसने पैसों के लिए बहुत सारे लोगों को मारा है।

छोटा राजन पर हमले के बारे में उसने बताया कि एक दलबदलू की जानकारी की बुनियाद पर वह ऑस्ट्रेलिया में राजन को मारने के करीब था लेकिन वह चूहे की तरह भाग निकला। उसने दावा किया कि राजन के तीन अहम साथी उसके साथ हो गए, क्योंकि उन्हें यकीन हुआ कि मैं उनका ख्याल रखूंगा।

डी कंपनी की तरफ मारे गए राजन की गैंग के लोगों के खानदान वालों की भी मैं देखभाल करता हूं। मैंने पिछले 5-6 साल में किसी को नही मारा। मैं मासूम लोगों का क़त्ल नहीं करना चाहता। मैं अपना कारोबार करना चाहता हूं |