सी बी आई ने कड़पा के रुक्न पार्ल्यमंट वाई एस जगन मोहन रेड्डी के ख़िलाफ़ ग़ैर मुतनासिब असासों के मुक़द्दमा में आज दूसरी चार्ज शीट दाख़िल करदी । इस दौरान इस मुक़द्दमा के एक और मुल्ज़िम विजए साई रेड्डी ने आज शाम ख़ुद को ख़ुसूसी अदालत के सपुर्द कर दिया । सी बी आई ने आंधरा प्रदेश इंडस्ट्रियल इनफ़रास्ट्रक्चर कारपोरेशन आमार प्रापर्टीज़ मुक़द्दमा में मुबय्यना बदउनवानीयों के ज़िमन में ज़िमनी चार्ज शीट भी पेश की है ।
जिस में आमार के एक सरकरदा एकज़ेकटिव जी वि विजए राघव के इलावा जगन के करीबी मददगार सुनील रेड्डी को भी मुल्ज़िम बनाया गया है । सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत में जगन के ख़िलाफ़ 31 मार्च को पहली चार्ज शीट पेश की गई थी । दूसरी चार्ज शीट में जगन , विजए साई रेड्डी , जगती पबलीकेशनज़ प्राईवेट लिमेटेड के ख़िलाफ़ हिंदूस्तानी ताज़ीरी क़वानीन की मुनासिब दफ़आत के तहत इल्ज़ामात वज़ा किए गए हैं ।
पहली चार्ज शीट में जगन और वजए साई रेड्डी के बिशमोल 12 मुलज़मीन के ख़िलाफ़ मुजरिमाना साज़िश , धोका दही , जालसाज़ी , तलबीस शख़्सी , सरकारी ओहदा का बेजा इस्तिमाल वगैरह जैसे इल्ज़ामात आइद किए गए थे । इस दौरान विजए साई रेड्डी ने आंधरा प्रदेश हाइकोर्ट की हिदायत पर आज शाम 4 बजकर 30 मिनट पर ख़ुद को अदालत के हवाला कर दिया ।
अदालत उल आलिया ने 20 अप्रैल को वजए साई रेड्डी की ज़मानत मंसूख़ करते हुए कहा कि तहत की अदालत मुनासिब क़वानीन के मुताबिक़ विजए साई रेड्डी की दरख़ास्त ज़मानत पर ग़ौर कर सकती है । यहां ये बात काबिल-ए-ज़िकर है कि वजए साई रेड्डी फ़िलहाल जगन की कंपनियों के मुशीर हैं और पहले साबिक़ चीफ मिनिस्टर आँजहानी वाई एस राज शेखर रेड्डी के ख़ानदान के आडीटर भी थे ।
ख़ुदसपुर्दगी के बाद ख़ुसूसी अदालत ने साई को 7 मई तक अदालती तहवील में भेज दी है और उन की दरख़ास्त ज़मानत पर कल समाअत मुक़र्रर की गई है । विजए साई रेड्डी वो पहले शख़्स हैं जिन्हें जगन के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा में जनवरी के दौरान गिरफ़्तार किया गया था । ख़ुसूसी अदालत ने 13 अप्रैल को उन की ज़मानत मंज़ूर की थी ।
तहक़ीक़ाती एजंसी ने इल्ज़ाम आइद किया है कि जगन ने अपने वालिद आँजहानी राज शेखर रेड्डी और दीगर मुलज़मीन के साथ हुकूमत को धोका देने की साज़िश रची थी ।दीगर साथी मुलज़मीन में मुअत्तल शूदा आई ए एस ऑफीसर बी पी आचार्य भी शामिल हैं।