जदयू के एसेम्बली रुक्न अनिल सहनी के ब्रह्नापुरा रिहाईस पर जुमा की सुबह सीबीआइ टीम ने छापेमारी की। हालांकि, छापेमारी के दौरान उनके घर से कोई भी मुश्तबा कागजात नहीं मिला है। तकरीबन साढ़े चार घंटे की छापेमारी के बाद सीबीआइ की टीम पटना वापस लौट गयी। जानकारी के मुताबिक, एमपी अनिल सहनी के खिलाफ जुमेरात को दिल्ली सीबीआइ ने मामला दर्ज किया था। उन पर जहाज के फर्जी टिकट का इस्तेमाल कर लीव ट्रेवल कंसेशन (एलटीसी) का फायदा लेने का इल्ज़ाम है.
एमपी ने मार्च में पोर्ट ब्लेयर-चेन्नई- दिल्ली की सफर कर एलटीसी का फायदा लिया था। फायदा लेने में फर्जी जहाज टिकट का इस्तेमाल करने पर उनके खिलाफ कुछ दिन पहले मर्कज़ी एहतियात महकमा ने सीबीआइ को शिकायत की थी। मामला दर्ज होते ही सीबीआइ ने उनके दिल्ली वाक़ेय बीडी सड़क रिहाईस और एडिशनल एसपी आरके अग्रवाल की कियादत में छह रुकनी टीम ने मुजफ्फरपुर शहर के थाने के नूनफर मुहल्ला वाक़ेय रिहाईस पर छापेमारी की।
जुमा की सुबह साढ़े आठ बजे टीम एमपी के रिहाईस पर पहुंची थी। मुजफ्फरपुर रिहाईस पर एमपी के छोटे भाई इंजीनियर सुनील कुमार सहनी मौजूद थे। टीम के मेंबरों ने घर के तमाम कमरों को सील कर दिया। बताया जाता है कि एमपी दिल्ली में हैं। उनके रिहाईस के हर कमरे की सीबीआइ ने जांच की। दोपहर एक बजे के तकरीबन सीबीआइ की टीम पटना लौट गयी।
टीम के मेंबरों ने एमपी के घर से दो फाइलें भी जब्त की हैं, हालांकि, इसकी तसदीक़ करने से इनकार कर दिया। छापेमारी टीम में एडिशनल एसपी के इलावा सब इंस्पेक्टर अशोक झा भी मौजूद थे।