जनार्धन रेड्डी की बेल्लारी जाने केलिए इस्तिदा

हैदराबाद। 30 दिसमबर (पी टी आई) साबिक़ वज़ीर-ए- कर्नाटक जी जनार्धन रेड्डी ने आज यहां की एक अदालत में उबूरी ज़मानत अर्ज़ी दाख़िल करते हुए बेल्लारी जाने के लिए इजाज़त मांगी है ताकि अपनी माँ की बरसी के मौक़ा पर होने वाले रसूम में शिरकत करसके। जनार्धन रेड्डी अपनी मिल्कियत वाली ओबलापुरम माइनिंग कंपनी (ओ एम सी) से मुताल्लिक़ गै़रक़ानूनी कानकुनी केस के सिलसिले में सी बी आई की तरफ़ से 5 सितंबर को अपने बरादर-ए-निसबती बीवी सरीनवास रेड्डी के साथ गिरफ़्तार किए जाने के बाद से चंचल गौड़ा जेल में महरूस हैं।

उन्हों ने सी बी आई मुक़द्दमात की ख़ुसूसी अदालत में अपनी उबूरी ज़मानत दरख़ास्त पेश करते हुए दो यौम केलिए जेल एस्कारट के हमराह बेल्लारी जाने की इजाज़त चाही है ताकि 31 डिसमबर को अपनी माँ की बरसी तक़रीब में शिरकत करसकें। दरख़ास्त गुज़ार ने कहा कि वो 2000 से अपनी माँ की इस बरसी तक़रीब में बाक़ायदगी से हिस्सा लेते आए हैं और इस मौक़ा पर मुनाक़िद किए जाने वाले मज़हबी और ख़ैराती प्रोग्रामों में शामिल रहे हैं। अदालत ने ये मुआमला समाअत केलिए कल पर डाल दिया ताकि सी बी आई को अपना जवाब दाख़िल करने का मौक़ा मिल सके।

दरीं असना अदालत में वीडीयो कान्फ़्रैंस के ज़रीया जनार्धन रेड्डी और सरीनवास रेड्डी के इलावा एक और मुल्ज़िम और साबिक़ डायरैक्टर माईनस वे बी राजगोपाल की अदालती तहवील में 12 जनवरी 2012-तक तौसीअ करदी। अदालत ने जनार्धन और सरीनवास रेड्डी की ज़मानतदरख़ास्तों पर अपना फ़ैसला कल महफ़ूज़ करदिया था जबकि उन के कौंसलस ने समाअतदुबारा शुरू करने की दरख़ास्त की ताकि उन्हें ज़मानत की ताईद में इज़ाफ़ी मवाद पेश करने का मौक़ा मिल सकी। इन ज़मानत अर्ज़ियों पर आइन्दा समाअत भी कल ही होगी।