जन गण मन हमेशा के लिए राष्ट्रगान नहीं रह सकता: पूर्व जेएनयू प्रोफेसर

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नई दिल्ली : इतिहासकार तनिका सरकार ने जुमे के रोज़ कहा कि दक्षिणपंथी समूहों की मांग को देखते हुए ‘जन गण मन’ के बदले ‘वंदे मातरम’ को राष्ट्रगान बनाने की कोशिश की जा रही है |

तनिका, जेएनयू की एक पूर्व प्रोफ़ेसर ने यूनीवर्सिटी में छात्रों को बताया कि दक्षिणपंथी समूहों लंबे समय से वंदे मातरम्’ को राष्ट्रगान बनाने की मांग कर रहे हैं |इसलिए ये सुनिश्चित नहीं है कि ‘जन गण मन’ हमेशा राष्ट्रीयगान रहेगा या नहीं |

संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ यूनीवर्सिटी में हुए एक प्रोग्राम के बाद यूनिवर्सिटी को राष्ट्रविरोधी करार दिए जाने के ख़िलाफ़ वहां आयोजित राष्ट्रवाद के लिए ओपन क्लास में लेक्चर देते हुए तनिका सरकार ने ये बात कही |

यूनीवर्सिटी के सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज़ जिस डिपार्टमेंट से उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य हैं से रिटायर्ड प्रोफ़ेसर ने ‘गांधी का राष्ट्र’ शीर्षक से लेक्चर के दौरान ये बयान दिया |

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के अलावा खालिद और भट्टाचार्य, को भी राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

सांसद और केरल के पूर्व शिक्षा मंत्री मोहम्मद बशीर ने कहा कि सरकारी संस्थानों की स्वायत्तता पर हमला पूरे देश पर हमला होता है इसी लिए जेएनयू आन्दोलन सिर्फ यूनीवर्सिटी के लिए नहीं है बल्कि पूरे देश के लिए है|

विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर्स ने जेएनयू में चल रही ‘राष्ट्रवाद’ पर ओपन क्लास में लेक्चर दिया है |