में आप को ज़हमत होने पर माज़रत ख़ाह हूँ अमरीकी ख़ला बाज़ नील आर्मस्टरांग ने ये अलफ़ाज़ वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री) हिंदूस्तान इंदिरा गांधी से कहे थे, जब उन्हें इत्तिला दी गई थी कि वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री) हिंद ने कहा है कि उन्हें आर्मस्टरांग के 20 जुलाई 1969–को 4.30 बजे शब चांद पर उतरने का मंज़र देखने के लिए रात देर गए तक बेदार रहना पड़ा था।
चांद से कुर्रा-ए-अर्ज़(जमीन) पर वापसी के बाद अमरीकी ख़ला बाज़ों ने दुनिया भर की सयाहत की थी और हर मुल़्क की अहम शख़्सयात से मुलाक़ात की थी। नटवर सिंह ने नील आर्मस्टरांग और उन के साथी का इंदिरा गांधी के दफ़्तर में इस्तिक़बाल किया था।