रांची 4 जुलाई : शहीद एसपी अमरजीत सिंह बलिहार को जैप-वन में सलामी दी गयी। गवर्नर डॉ सैयद अहमद, साबिक़ वजीर ए आला शिबू सोरेन, साबिक़ वजीर मथुरा प्रसाद, चीफ सेक्रेटरी आर शर्मा, काबिना सेक्रेटरी जेबी तुबिद, दाखला सेक्रेटरी एनएन पांडेय, गवर्नर के मुशीर मधुकर गुप्ता और आनंद शंकर, डीजीपी राजीव कुमार समेत कई आला अफसर और पुलिस अहलकार ने उन्हें सलामी दी।
इससे पहले सड़क रस्ते से सुबह तकरीबन आठ बजे शहीद एसपी अमरजीत सिंह बलिहार की लाश जैप-वन अहाते पहुंचा। यहां तकरीबन दो तीन घंटे के इंतजार के बाद जैप-वन के बैंड ने मातमी धुन बजाया, जिसके बाद 10.55 बजे उन्हें आखरी सलामी दी गयी। इस दौरान जवानों ने राइफल झुकाया। इधर, सलामी के बाद तिरंगे में लिपटे शहीद के लाश को पुलिस गाड़ी में रखा गया। जवान शहीद के लाश को कंधे रख कर जब तक सूरज चांद रहेगा..शहीद तेरा नाम रहेगा के नारे लगा रहे थे।
हुकूमत मेरे बेटे को नहीं बचा पायी : चंद्रमोहन : शहीद एसपी के वालिद चंद्रमोहन बलिहार ने कहा कि झारखंड हुकूमत फेल है। हुकूमत मेरे बेटे को नहीं बचा पायी।
यह गम की घड़ी : गवर्नर
शहीद को आखरी सलामी देने के बाद गवर्नर ने कहा : एसपी के शहीद होना बड़ा नुकसान है। यह गम का माहौल है। जरुरत पड़ी, तो इस मामले की जांच करायी जायेगी। गवर्नर ने शहीद की बीवी और बच्चों को ढांढ़स बंधाया और बच्चों को गले लगा कर गम की इस घड़ी में हिम्मत रखने की बात कही।
हुकूमत कार्रवाई कर रही है : शिबू
साबिक़ वजीर ए आला शिबू सोरेन ने कहा कि इस वाकिया को लेकर हुकूमत अपने सतह से कार्रवाई कर रही है। वहीं गवर्नर के सलाहकार आनंद शंकर ने कहा कि नक्सलियों के पास कोई कानून नहीं है, लेकिन हम कानून के दायरे में रह कर नक्सलियों पर कार्रवाई करेंगे। खुफिया महकमा या दीगर मामले में चूक के सवाल पर वह चुप रहे। उन्होंने कहा कि दुमका से लौटने के बाद सूरते हाल वाजेह होगी।