नई दिल्ली: देशद्रोह के मामले में जमानत पर चल रहे जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को शनिवार को एक कार्यक्रम में श्रोताओं ने बोलने नहीं दिया। इसके चलते उन्हें अपना भाषण बीच में ही कट-शार्ट करना पड़ा। कन्हैया ने देशभर में राष्ट्रवाद पर बहस छेड़ी थी। वाकया शनिवार के दिन इंडिया टुडे माइंड रॉक्स सम्मेलन का है जहाँ कन्हैया को में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। यहां पर कन्हैया ने ‘आजादी’ को लेकर लोगों के सामने अपने विचार रखने शुरू किये। लेकिन कन्हैय्या के मंच पर पहुँचते ही श्रोताओं की भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने छूट करना शुरू कर दिया और भाषण के दौरान भी हूटिंग जारी रखी जिसकी वजह से कन्हैया को अपनी बात पूरी किये बिना ही स्टेज से उतरने पर मजबूर होना पड़ा। कन्हैया ने हूटिंग करने वाले लोगों को संबोधित करते हुए कहा: ‘‘जो यहां हूट कर रहे हैं वे भी ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। देश में आजादी है। आप पर राजद्रोह का मामला नहीं लगेगा।’’
अपने जेल जाने के अनुभव को साझा करते हुए कन्हैय्या ने कहा, ‘‘जेल में रहने में क्या बुराई है? महात्मा गांधी और भगत सिंह भी जेल जा चुके हैं।’’ जब कन्हैया से पूछा गया कि क्या जेल जाना वह ‘शान’ समझते हैं तो जवाब मिला: ‘‘यह दुनिया हम में से बहुतों के लिए जेल है। जब लड़कियों को रात में बाहर नहीं जाने दिया जाता तो वे जेल में हैं, जब लोग बेरोजगार हों और फुटपाथों पर रहते हों तो वे जेल में हैं …..ऐसे में बड़े जेल यानि दुनिया की तुलना में छोटे जेल में रहना बेहतर है।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाले कन्हैया ने यह कहते हुए एक बार फिर उन पर निशाना साधा, ‘‘आज उनका जन्मदिन है लेकिन आधे लोग सड़कों पर हैं और अन्य जेलों में । खुशियां क्यों मनाना। यदि देश की 65 फीसदी आबादी युवक है तो 65 साल का व्यक्ति उनका नेता कैसे हो सकता है?’’