श्रीनगर: “सर्जिकल स्ट्राइक” के मुद्दे पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां एक तरफ़ सरकार इन कोशिशों में लग गयी है कि इसको किसी भी तरह से विवाद से बचाया जाए वहीँ विपक्ष अब “सर्जिकल स्ट्राइक” पर ही सवाल उठा रहा है. ताज़ा बयान जम्मू और कश्मीर के निर्दलीय विधायक शेख़ अब्दुल राशिद का आया है.
उन्होंने बुधवार को ये दावा किया कि पिछले तीन दिनों से सेना उनके विधानसभा क्षेत्र की लीपा घाटी में “फ़र्ज़ी” हमले की फ़ुटेज बनवा रही है ताकि उन्हें “सर्जिकल स्ट्राइक” के सुबूत के तौर पर देखा जाए.
उन्होंने कहा, ‘फ़र्ज़ी निशाने बनाए जा रहे हैं और मैं पूरी दुनिया को कहना चाहता हूँ कि यदि वे कुछ सबूत पेश करें, तो यह लीपा का होगा और यह फर्जी है जिसे हम साबित कर सकते हैं।’
विधायक का कहना है कि उनकी जानकारी के मुताबिक़ पिछले 20 दिनों से कोई गोलीबारी इलाक़े में नहीं हुई है. “सर्जिकल स्ट्राइक” एक नाटक था ताकि कश्मीर में चल रही समस्या से ध्यान हटाया जा सके.
पिछले हफ़्ते हुई “सर्जिकल स्ट्राइक” में भारतीय सेना ने आतंकियों के सात ठिकानों को तहस नहस कर दिया. ये कार्यवाही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में की गयी.