जम्मू
हालिया असेम्बली इंतेख़ाबात में नाकामी का सामना करने के बाद सदर जम्मू-ओ-कश्मीर कांग्रेस ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि दाख़िली नज़म-ओ-ज़ब्त क़ायम करते हुए पार्टी को बुनियादी सतह से मुस्तहकम करना ज़रूरी है। वो दृष्टीकोण2015ई (नुक़्ता-एनज़र2015ई) सेमीनार से ख़िताब कररहे थे।
उन्होंने कहा कि हमें पार्टी को मुस्तहकम करने के लिए काम करना चाहिए और दाख़िली नज़म-ओ-ज़ब्त क़ायम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी क़ाइदीन को बुनियादी सतह के कारकुनों के साथ मरबूत होना चाहिए। गुज़िश्ता असेम्बली इंतेख़ाबात से उन्हें अवाम में घुल मिल जाने का एक मौक़ा मिला है।
उन्होंने कहा कि हमें इस हक़ीक़त को महसूस करना होगा कि 12 साल तक बरसर-ए-इक़्तेदार रहने के बाद हम इक़्तेदार से बाहर होगए हैं। इस तरह हमें बुनियादी सतह के अवाम में घुल मिल जाने और पार्टी को मुस्तहकम करने का मौक़ा हासिल हुआ है। उन्होंने पार्टी क़ाइदीन को इंतिबाह दिया कि उन्हें दिन में ख़ाब देखना छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये पहली मर्तबा है जबकि तमाम कांग्रेसी क़ाइदीन एक छत तले जमा हैं।