नई दिल्ली: अन्ना द्रमुक ने आज सरकार से कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री तमिलनाडु जयललिता 32 वर्षीय जनता की बेजोड़ सेवाओं की मान्यता में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित और नोबेल पुरस्कार के लिए उनके नाम की सिफारिश की। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाते हुए अन्ना द्रमुक सदस्य श्रीमती वजीला सनेह तनथ कहा कि 10 करोड़ जनता उन्हें (जयललिता) प्यार से अम्मा कहते थे और शब्द अम्मा का कोई विकल्प नहीं है और वह प्यार और त्याग का पैकर थीं।
जिन्होंने अंतिम सांस तक गरीबों के कल्याण के लिए अथक संघर्ष किया और महिला आहन ने तमिलनाडु को वैश्विक विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। जयललिता को क्रांतिकारी नेता भी कहा जाता था। लम्बी बीमारी के बाद 5 दिसंबर को निधन हो गया था। ये दावा करते हुए कि अम्मा एक बुद्धिमान और फ़्तीन महिला थीं और जिनका दुनिया के किसी भी नेता से तुलनात्मक नहीं किया जा सकता इसलिए उन्हें बादाज़ मर्ग भारत रत्न पुरस्कार प्रदान किया जाना चाहिए। अन्ना द्रमुक नेता ने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि संसद परिसर में जयललिता के दिग्गज प्रतिमा स्थापित किया जाए।