आमदनी से ज़्यादा दौलत रखने के मामले में बरी होने के बाद जे जयललिता ने हफ्ते के रोज़ पांचवीं बार तमिलनाडु की वज़ीर ए आला के ओहदा का हलफ लिया। आठ महीने पहले इस मामले में ट्रायल कोर्ट की तरफ से चार साल की सजा सुनाए जाने के बाद जयललिता को वज़ीर ए आला के ओहदा छोडने के लिए मजबूर होना पडा था।
मद्रास युनिवर्सिटी शताब्दी आडिटोरियम में आज सुबह 11 बजे शुरू हुए हलफ की तकरीब में गवर्नर के रह्वोसैया ने जयललिता के साथ 28 वुजराओं को भी हलफ दिलाये ।
इस तकरीब में सुपरस्टार रजनीकांत के अलावा कई बडे लीडर और अदाकार भी शामिल हुए। इससे पहले जुमे के रोज़ सीएलपी की बैठक में जयललिता पार्टी की लीडर चुनीं गईं। लीडर चुने जाने के बाद जयललिता के हामियों ने जमकर जश्न मनाया। जयललिता कैबिनेट में उनके सभी भरोसेमंद चेहरे शामिल हुए।
जयललिता के जेल से बाहर आने के बाद सीएम के ओहदा से इस्तीफा देने वाले पन्नीरसेल्वम को भी जयललिता कैबिनेट में जगह मिली है। पन्नीरसेल्वम के पास वज़ारत खज़ाना (Finance Ministry) की जिम्मेदारी होगी।
आपको याद होगा कि आमदनी से ज़्यादा दौलत के मामले में कर्नाटक की निचली अदालत से 4 साल की सजा के बाद जयललिता को सीएम के ओहदा से इस्तीफा देना पडा था। हालांकि बाद में इस फैसले के खिलाफ जयललिता व दिगर की अपील को कुबूल करते हुए कर्नाटक हाईकोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।