डी एम के ख़ाज़िन एम के अस्टालन ने आज ए आई ए डी एम के सरबराह-ओ-चीफ़ मिनिस्टर जय ललीता पर इल्ज़ाम आइद किया कि उन्होंने इलैक्शन कमीशन के आलामिया से क़बल ही अपनी पार्टी के उम्मीदवारों और इंतिख़ाबी मुहीम के प्रोग्राम्स का ऐलान सिर्फ़ इस लिए किया है ताकि उनके ख़िलाफ़ बैंगलोर की ख़ुसूसी अदालत में ग़ैर मह्सूब असासा जात का जो केस ज़ेर-ए-समाआत है, वो (जय ललीता) अदालत के सामने हाज़िरी से फायदा कर सकें।
एक शादी की तक़रीब में शिरकत के दौरान अपने ख़िताब में अस्टालन ने कहा कि जय ललीता ने पार्टी उम्मीदवारों और इंतिख़ाबी मुहीम का जिस उजलत से ऐलान किया है इससे यही ज़ाहिर होता है कि जय ललीता उनके ख़िलाफ़ चल रहे मुक़द्दमा में अदालत में हाज़िर होने से बचना चाहती हैं।
सियासी सम्झौता के मौज़ू पर इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए अस्टालन ने कहा कि उनकी पार्टी अदाकार सियासतदां विजय कांत की डी एम डी के या कांग्रेस से कोई मेल की बात नहीं करेगी। उन्होंने एक बार फिर जय ललीता हुकूमत को एक 24 साला सॉफ्टवेर इंजीनयर के क़तत्ल मुआमले में तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि जय ललीता ने जब से हुकूमत की बागडोर सँभाली है रियासत में ख़ुशहाली और तरक़्क़ी की रफ़्तार ठप पड़ गई है।