सदर नशीन क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात जस्टिस एम एन राव आज 7 दिसमबर 10:30 बजे दिन गोल्डन जुबली हाल दफ़्तर रोज़नामा सियासत में अक़ल्लीयती नौजवानों की रहनुमाई से मुताल्लिक़ एक प्रोग्राम में शिरकत करेंगे।
इस प्रोग्राम का मक़सद तालीम याफ़ता अक़ल्लीयती नौजवानों को पसमांदा तबक़ात की तरह मुराआत के हुसूल के सिलसिले में रहनुमाई और मसह बिकती शोबों में दुसरे तबक़ात की तरह तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाना है।
जस्टिस एम एन राव इस मौके पर रोज़नामा सियासत की तरफ से आई ए एस, आई पी एस और दुसरे मसह बिकती इमतिहानात की कोचिंग में शरीक उम्मीदवारों की रहनुमाई करेंगे।
वो उन्हें मुख़्तलिफ़ सरकारी शोबों में हासिल मुराआत और इस के हुसूल के बारे में रहनुमाई करेंगे। इस प्रोग्राम की सदारत एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ां करेंगे।
सियासत की कोचिंग सेंटर से वाबस्ता उम्मीदवारों के अलावा मसह बिकती इमतिहानात में शिरकत की तैयारी करने वालेदुसरे अक़ल्लीयती नौजवान और उन के सरपरस्त भी इस प्रोग्राम में शिरकत करसकते हैं।
जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने बताया कि जस्टिस एम एन राव हिमाचल प्रदेश हाइकोर्ट के चीफ़ जस्टिस रह चुके हैं और हकूमत-ए-हिन्द की वज़ारत समाजी इंसाफ़ में भी नुमायां ख़िदमात अंजाम दे चुके हैं।
जस्टिस एम एन राव आंध्र प्रदेश हाइकोर्ट के जज की हैसियत से ख़िदमात अंजाम दे चुके हैं। उन की हैदराबाद में आमद से इस्तिफ़ादा करते हुए रोज़नामा सियासत ने ज़रूरी समझा कि अक़ल्लीयती नौजवानों को मसह बिकती शोबों में हासिल मवाक़े के बारे में रहनुमाई दी जाये।
जस्टिस एम एन राव ने नौजवानों की रहनुमाई के इस प्रोग्राम में शिरकत और अपनी ख़िदमात पेश करने से इत्तिफ़ाक़ किया है। मुलक में दर्ज फ़हरिस्त अक़्वाम-ओ-क़बाइल को दस्तूर-ए-हिंद में कई मुराआत दी गई हैं, ताहम अक़ल्लीयतें और पसमांदा तबक़ात अभी भी दस्तूरी मुराआत से महरूम हैं।
अगर ये तबक़ात मुत्तहदा तौर पर जद्द-ओ-जहद करें तो वो भी मुख़्तलिफ़ शोबों में तरक़्क़ी की मंज़िलें तए करसकती हैं। तालीमी मआशी और समाजी शोबों में अक़ल्लीयतों का मौकुफ़ पसमांदा तबक़ात से भी अबतर है जिस का एतराफ़ जस्टिस राजिंदर सिंह सच्चर कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में किया है।
जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने अक़ल्लीयती नौजवानों और उन के सरपरस्तों से अपील की के जस्टिस एम एन राव की रहनुमाई से इस्तिफ़ादा से मुताल्लिक़ इस प्रोग्राम में बड़ी तादाद में शरीक होकर अपनी मालूमात में इज़ाफ़ा करें। इस प्रोग्राम में नौजवानों को सवालात की भी इजाज़त रहेगी