Sexual Abuse के इल्ज़ाम का सामना कर रहे सुप्रीम कोर्ट के साबिक जज अशोक कुमार गांगुली ने कहा है कि उन्होंने अभी तक मगरिबी बंगाल इंसानी हुकूक कमीशन (डब्ल्यूबीएचआरसी) के सदर के ओहदे से इस्तीफा देने के बारे में कोई फैसला नहीं किये है। उधर, यूनियन कैबिनेट ने गांगुली को ओहदे से हटाने के लिए प्रसिडेंशियल रेफरेंस को हरी झंडी दे दी।
गांगुली ने ज़ुमेरात के रोज़ कोलकाता में कहा, मैंने अभी कुछ तय नहीं किया है। डब्ल्यूबीएचआरसी से गांगुली के इस्तीफे की मांग चारों तरह से उठ रही है। गांगुली पर एक खातून इंटर्न ने दिल्ली के एक होटल में दिसंबर 2012 में जिंसी इस्तेहसाल (Sexual abuse ) का इल्ज़ाम लगाया था।
इस मामले की सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की कमेटी ने जांच की थी। कमेटी ने अपने रिपोर्ट में कहा था कि पहली नज़र मे लगता है कि गांगुली ने कुछ गलत किया। हुकूमत गांगुली को उनके ओहदे से हटाए जाने को लेकर फैसला कर सकती है।