कानून की इंटर्न लड़की के साथ जिंसी इस्तेहसाल के मुल्ज़िम रिटायर्ड जस्टिस एके गांगुली ने जुमे के रोज़ एनयूजेएस (National University of Juridical Sciences) के गेस्ट फैकल्टी ओहदे से इस्तीफा दे दिया। गांगुली ने युनिवर्सिटी के चांसलर पी ईश्वर भट्ट को लिखे खत में कहा,मैंने इस ओहदे से खुद की मर्जी से हटने का फैसला किया है। मैं गेस्ट फैकल्टी के तौर पर खिदमत जारी नहीं रखना चाहता और एनयूजेएस पर भार या बोझ नहीं बनना चाहता।
यूनिवर्सिटी एनयूजेएस ने जुमेरात को कहा था कि गांगुली पर इल्ज़ाम लगने के बाद उसने खुद को उनसे अलग कर लिया है। युनिवर्सिटी के तर्जुमान ने कहा,जब से यह मामला आया है, वह युनिवर्सिटी के ढ़ांचे में नहीं है। गांगुली फिल वक्त मगरिबी बंगाल इंसानी हुकूक कमीशन के सदर हैं। जुमेरात के रोज़ यूनियन कैबिनेट ने वज़ारत ए दाखिला के सदर जम्हूरिया रेफरेंस की तजवीज को मंजूरी दे दी।
तजवीज को अब सदर जम्हूरिया के पास भेजा जाएगा जो इसे चीफ जस्टिस को जांच के लिए भेजेंगे। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की तीन रुकनी कमेटी ने अपनी जांच में गांगुली को खाती करार दिया था। गांगुली पर इंसानी हुकूक कमीशन के सदर के ओहदे से इस्तीफे का दबाव है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी गांगुली को ओहदे से हटाने की मांग कर चुकी हैं।