हैदराबाद मेट्रो रेल ओहदेदारों ने चीफ़ मिनिस्टर हुकूमत तेलंगाना रियासत के चन्द्रशेखर राव से मुलाक़ात की। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के जारी काम बाज़ नागुज़ीर वजूहात के बाइस रोकदीए गए और इन हालात में हैदराबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के आला ओहदेदारों की के चंद्रशेखर राव चीफ़ मिनिस्टर रियासत तेलंगाना से मुलाक़ात की काफ़ी एहमीयत पाई जाती है।
यहां ये बात काबिल-ए-ज़िकर हैके हुकूमत तेलंगाना बाज़ तारीख़ी इमारतों के पास मेट्रो रेल को अंडर ग्राउंड (ज़र-ए-ज़मीन रास्तों से) लेजाने की हैदराबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्टस ओहदेदारों को हिदायात दी थी।
लेकिन हैदराबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्टस के ओहदेदारों ने इस तजवीज़ से साफ़ तौर पर इनकार कर के इस बात को वाज़िह किया था कि अगर ज़र-ए-ज़मीन कामों को अंजाम देने पर प्रोजेक्ट के मसारिफ़ में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा होगा।
लिहाज़ा ज़र-ए-ज़मीन रास्ते से काम अंजाम देने को बिलकुल्लिया तौर पर नामुमकिन क़रार दे दिया था और कहा था कि हैदराबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के कामों को साबिक़ा मंसूबा के तहत अंजाम देने का एलान किया था जिस के पेशे नज़र ही हुकूमत रियासत तेलंगाना के चीफ़ मिनिस्टर से मुलाक़ात की और इस मुलाक़ात के दौरान चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना और हैदराबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के ओहदेदारों के माबैन ख़ुशगवार बातचीत होने की इत्तेलाआत पाई जाती हैं।
बावक़ार बैन-उल-अक़वामी तामीराती कंपनी लार्सन ऐंड टोबरो (एल एन टी ) अपने तए प्रोजेक्ट में अचानक मुदाख़िलत पर नाराज़ है और उस को बैन-उल-अक़वामी उसूलों के ख़िलाफ़ क़रार दिया है।