पाकिस्तान में बच्चों से मुबैयना ज़्यादती के मंज़रे आम पर आने वाले सबसे बड़े वाक़िये के मुक़द्दमे में इन्सिदादे दहशतगर्दी की दफ़आत शामिल करते हुए उसे इन्सिदादे दहशतगर्दी की अदालत में चलाने का फ़ैसला किया गया है।
क़ब्लअज़ीं लाहौर की अदालते आलिया ने इस मुक़द्दमे को आम अदालत की बजाय इन्सिदादे दहशतगर्दी की अदालत में चलाने की एक एक दरख़ास्त पर पंजाब के सेक्रेट्री दाख़िला और ऐडवोकेट जेनरल को बुध को अदालत में पेश होने का कहा था।
रवां माह ज़िला क़सूर के इलाक़े हुसैनाबाद से ये ख़बर मंज़रे आम पर आने के बाद यहां गुज़िश्ता चंद सालों के दौरान 270 से ज़ाइद बच्चों को ना सिर्फ मुबैयना तौर पर जिन्सी ज़्यादती का निशाना बनाया जाता रहा बल्कि उनकी विडियो बना कर बच्चों के वालिदैन को ब्लैक मेल भी किया जाता रहा।