नई दिल्ली: कांग्रेस पर जीएसटी क़ानून में रुकावट डालने केलिए मुज़ाहमती रवैय्या इख़तियार करने का इल्ज़ाम आइद करते हुए मर्कज़ी वज़ीरे फाइनेंस अरूण जेटली ने कहा कि नाराज़गी के नकात अब इन अरकान-ए-पार्लियामेंट की जानिब से पेश किए जा रहे हैं जिन्होंने दो यूपी ए फाइनेंस वुज़रा पी चिदम़्बरम और प्रणब मुख़र्जी की जानिब से इस क़ानून की पेशकशी पर ना तो उसकी ताईद की थी और ना मुख़ालिफ़त।
जेटली ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत के बारे में उलझन में मुबतला है जिस की वजूहात सियासी है। लेकिन उसको चाहिए कि संजीदगी से अपना एहतिसाब करे और हक़ीक़त को तस्लीम करलीं क्योंकि मनफ़ी रवैय्या और मुज़ाहमती रुजहानात से मुल्क और मईशत को नुक़्सान पहुंच सकता है।
तमाम 8 वाक़ियात पर इज़हार-ए-नाराज़गी नुक्ता बह नुक्ता रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करने वाले मर्कज़ी वज़ीरे फाइनेंस ने कहा कि मौजूदा हुकूमत ने जीएसटी क़ानून में दो साबिक़ यू पी ए हुकूमत ने मंज़ूर किया था और जिस की ताईद कांग्रेस ज़ेर इक़्तेदार रियासतों की जानिब से की गई थी।