जीतन मांझी के खेमे ने मारी पलटी, आज नीतीश में जताएंगे यकीन

18 दिन बाद सूबे की सियासत ने मंगल को फिर करवट ली। वजीरे आला नीतीश कुमार बुध को अदम एतमाद तजवीज पेश करेंगे। इसके लिए मंगल दोपहर जदयू ने स्पीकर को छोड़कर अपने तमाम एमएलए को व्हिप जारी किया। स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि मुतल्लिक़ मेम्बर का ऐलान होने के बाद भी व्हिप साबिक़ वजीरे आला जीतन राम मांझी पर भी लागू होगा। व्हिप के खिलाफवरजी पर एमएलए जाने का खतरा है। इसे भांपते हुए मांझी खेमा पलट गया। मांझी हिमायत एमएलए ने रात को नीतीश के अदम एतमाद वोटिंग का हिमायत करने का फैसला किया।

मांझी खेमे के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बताया कि कई लोग पहली बार चुन कर आए हैं। अगर इनकी एमएलए जाती है तो इन्हें साबिक़ एमएलए की सहूलत भी नहीं मिलेंगी। इसलिए हमने फैसला किया है कि अदम एतमाद वोटिंग के दौरान हुकूमत के हक़ में वोट देंगे, लेकिन एवान के बाहर और अंदर हुकूमत के कामकाज का मुखालिफत करते रहेंगे। हम कुछ भी ऐसा नहीं करना चाहते जिससे व्हिप का गैरखिलाफ माना जाए। मांझी खेमे के एमएलए सुमित कुमार सिंह ने भी कहा कि हम कुछ भी ऐसा नहीं करेंगे, जिससे हमारी रुकनीयत जाए।

मांझी के मोर्चे हम के तर्जुमान राजीव रंजन ने कहा- अभी हम कमजोर हैं। हमारे दो एमएलए (राजीव खुद व सुमित कुमार) पहली बार चुनकर आए हैं। व्हिप के गैर खिलाफी पर उनको साबिक़ एमएलए की सहूलत भी नहीं मिलेगी। इसलिए हम हुकूमत में यकीन जताएंगे।

हुकूमत का हिमायत करने से मांझी खेमे के एमएलए की साख घटेगी। अवाम के दरमियान पैगाम जाएगा कि 20 फरवरी को इस्तीफा देने के 18 दिन में ही ये पलट गए। अपने ज़ाती मुफाद देखने का भी इल्ज़ाम लगेगा। नीतीश और उनके हिमायती इसे परचार करेंगे।