करप्शन और बेरोज़गारी के सिलसिले में मौजूदा हुकूमत के ख़िलाफ़ वसीअ पैमाने पर फैली हुई नाराज़गी के बावजूद इमकान हैकि मुल्क के पांचवें जम्हूरी इंतिख़ाबात में जिन के लिए कल रायदही मुक़र्रर है बरसरे इक्तेदार अफ्रीकन नैशनल कांग्रेस एक बार फिर कामयाबी हासिल कर लेगी।
जुनूबी अफ़्रीक़ा में मुख़ालिफ़ नसल परस्ती अफ़्सानवी शख़्सियत नेल्सन मंडेला ने सफ़ेद फ़ामों के बरसों इक़्तेदार के बाद 1994 में पहली बार इक़्तेदार सँभाली थी।
अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस को एक बार फिर इंतिख़ाबी कामयाबी हासिल करने वाली पार्टी और जैकब ज़ूमा को दूसरी मयाद के लिए सदर मुंतख़ब होने वाला समझा जा रहा है।
हालाँकि तजज़िया निगारों को तवक़्क़ो है कि 2009 में मुनाक़िदा गुज़िश्ता इंतिख़ाबात की बनिसबत इस बार पार्टी को कम तादाद में वोट हासिल होंगे। 2014 के इंतिख़ाबात में पहली बार जुनूबी अफ़्रीक़ा की आज़ादी के बाद पैदा होने वाले रायदहिन्दे अपना वोट इस्तेमाल करेंगे। मुल्क में जुमला 2 करोड़ 40 लाख अहले रायदहिन्दे हैं।