अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) ने कहा है जुनूबी (दक्षिणी ) सूडान में मवेशी पालने वाले क़बीलों के दरमयान आपसी तसादुम (मुठभेड़) में 2011 के अवाख़िर और 2012 के अवाइल के दौरान तक़रीबन 900 अफ़राद (लोग) हलाक किए गए हैं। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) ने इस सिलसिले में आज शहरीयों की हिफ़ाज़त करने में नाकाम रहने पर वहां की नव तशकील शूदा फ़ौज की मुज़म्मत भी की है।
वाज़िह रहे कि जुनूबी (दक्षिणी ) सूडान एक साल कब्ल सूडान से अलग हुआ है और अभी वहां अपनी ख़ुद मुख़तारी क़ायम करने की कोशिश कर रहाहै। जुनूबी (दक्षिणी ) सूडान की आज़ादी के बाद से अब तक के सब से खूँरेज़ तसादुम (मुठभेड़) में लोओ नैवर क़बीले के तक़रीबन सात हज़ार मुसल्लह (सशस्त्र) अफ़राद (लोग) हरीफ़ क़बीले मरले पर हमला करके लाखों मवेशीयों के इलावा ख्वातीन और बच्चों को भी साथ ले आए थे। इस की वजह से हज़ारों अफ़राद (लोग) वहां घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं।