पुणे। मौजूदा वक्त के सीनियर वकील राम जेठमलानी ने एक बार फिर से बीजेपी पर हमला बोला है। जेठमलानी ने मोदी हुकूमत के मंत्रियों के कमजोर करार दिया है। उनका कहना है कि जेठमलानी ने विदेश मंत्रालय में कोई इतने काबिल नहीं है कि पाकिस्तान के साथ किसी भी मामले की ठीक तरीके से डील कर सके।
कानून दिवस के मौके पर शनिवार को पुणे में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान सहाफियो के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पठानकोट में हुआ टेररिस्ट हमला चिंताजनक है और इस हमले की गंभीरता से जांच कराई जाने की जरूरत है। राम जेठमलानी ने कहा कि इस हमले के बाद भी मोदी हुकूमत जिस तरह पाकिस्तान से बात कर रही है उसे माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हुकूमत को पाकिस्तान के साथ बात करनी चाहिए लेकिन उसे ये पता होना चाहिए कि बात क्या करनी है।
रामजेठमलानी ने कहा कि हुकूमत हमेशा से पाकिस्तान से बात करना चाहती है लेकिन हुकूमत को पता होना चाहिए कि बात क्या करनी है। उन्हें मोदी हुकूमत पर हमला बोलते हुए कहा कि ये कहते हुए अफसोस हो रहा है लेकिन विदेश मंत्रालय में किसी के पास इतना सलाहियत नहीं है जो पाकिस्तान के साथ समझौता कर सके।
नेश्नल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया गांधी का बचाव करने का प्रस्ताव देने के सवाल पर रामजेठमलानी ने मीडिया पर ही मामले को गलत मतलब में लेने का इल्ज़ाम लगा दिया। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को इस मामले को लेकर राज्यसभा की कार्रवाई बाधित ना करने को लेकर खत लिखा था।
जेठमलानी ने ये भी कहा कि खत में उन्होंने सोनिया गांधी को सलाह दी थी कि वो अगर अपनी बेगुनाही साबित करना चाहती हैं तो उन्हें संसद की बजाय इस मामले को अदालत में उठाना चाहिए। साथ ही खत में उन्होंने ये भी लिखा था कि कांग्रेस के पास एक से बढ़कर एक वकील हैं लेकिन अगर कोई वकील इस केस को लेने से मना कर देता है तो वो खुद इस केस में उनका पक्ष रखने के लिए तैयारी करेंगे।
डीडीसीए मामले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अरूण जेटली द्वारा दायर किए गए मानहानि मामले पर रामजेठमलानी ने कहा कि वो अदालत में अरविंद केजरीवाल की तरफ से पैरवी करेंगे।