जेल हुक्काम की फ़राहम करदा रिपोर्ट ग़ैर यक़ीनी

हैदराबाद 3 जून (सियासत न्यूज़) जेल हुक्काम की तरफ‌ से फ़राहम करदा जेल के अंदरूनी हालात की रिपोर्ट हक़ायक़ पर मबनी नहीं है। तेलगुदेशम पार्टी ने जेल हुक्काम पर जो इल्ज़ामात लगाए हैं इस पर पार्टी अब भी बरक़रार है। रुक्न असेम्बली तेलगुदेशम पार्टी मिस्टर ऐम वेंकटेश्वर ने आज प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि दो यौम क़बल जेल हुक्काम की तरफ‌ से कहा गया कि तेलगुदेशम पार्टी की तरफ‌ से चंचल गौड़ा जेल के मुताल्लिक़ जो इल्ज़ामात आइद किए जा रहे हैं, वो बेबुनियाद हैं।जबकि हक़ीक़त ये नहीं है।

उन्होंने बताया कि तेलगुदेशम पार्टी जेल को हुक्काम की जानिब से क़ानून हक़ आगही के तहत जवाब मौसूल होने पर सबूत-ओ-शवाहिद पेश करने के मौक़िफ़ में है। रुक्न असेम्बली तेलगुदेशम ने बताया कि जेल हुक्काम की तरफ‌ से ताहाल तेलगुदेशम पार्टी की तरफ‌ से तलब करदा तफ़सीलात पार्टी को फ़राहम नहीं की गई हैं।

उन्होंने बताया कि जेल हुक्काम चंचल गुड़ा जेल के अंदरून-ओ-बैरून हिस्सों में मौजूद सी सी टी वी कैमरों की रिकार्डिंग का हवाला करने के मौक़िफ़ में नहीं है क्योंकि इनका ये इस्तिदलाल है कि कैमरे काम नहीं कररहे हैं। तो ऐसी सूरत में क्या ये तसव्वुर किया जाना चाहीए कि जेल अमला स्कियोरटी के इंतेज़ामात पर इतमीनान बख़श कार्रवाई नहीं कररहा है? मिस्टर ऐम वेंकटेश्वर ने बताया कि जेल अमले से तेलगुदेशम पार्टी क़ाइद मिस्टर वाई राम ने क़ानून हक़ आगही के तहत जेल में मौजूद जगन मोहन रेड्डी से मुलाक़ात करने वालों की तफ़सीलात तलब की थीं लेकिन जेल अमले की जानिब से ये तफ़सीलात भी फ़राहम नहीं की गईं।

बल्कि बाअज़ माम‌लात में तफ़सीलात को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि जेल हुक्काम जगन मोहन रेड्डी के दबाओ के तहत काम कररहे हैं और जगन मोहन रेड्डी चंचल गौड़ा जेल को वाई ऐस आर कांग्रेस के दफ़्तर में तबदील करचुके हैं। मिस्टर ऐम वेंकटेश्वर ने बताया कि तेलगुदेशम पार्टी बदउनवानीयों के ख़िलाफ़ जारी अपनी जद्द-ओ-जहद में किसी तरह की मुफ़ाहमत नहीं करेगी।

बल्कि हक़ायक़ को मंज़र-ए-आम पर लाते हुए ख़ातियों को कैफ़र-ए-किरदार तक पहूँचाने में अपना कलीदी किरदार अदा करेगी। मिस्टर ऐम वेंकटेश्वर ने तेलगुदेशम क़ाइदीन की टी आर एसमें शमूलीयत के मुताल्लिक़ पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जो लोग तेलंगाना राष़्ट्रा समीती में शमूलीयत इख़तियार कररहे हैं वो अपने और अपने ख़ानदान के मुफ़ादात को मद्द-ए-नज़र रखते हुए ये फ़ैसले कररहे हैं। इन क़ाइदीन को हुसूल तेलंगाना से कोई दिलचस्पी नहीं है। चूँकि अलैहदा रियासत तेलंगाना की तशकील में टी आर ऐस किस हद तक संजीदा है, ये बात वाज़िह हो चुकी है।