बिहार के बच्चे के लिए वबाल बना हुआ इंसेफ्लाइटिस अब झारखंड भी पहुंच गया है। रिम्स से मिली जानकारी के मुताबिक यहां के बच्चा वार्ड में चार बच्चे इस बीमारी से मुतासीर हैं। एक दस साला लड़के की मौत भी हो गई है। दीगर बच्चों की हालत भी अभी नाजुक बनी हुई है। इंसेफ्लाइटिस में तेज बुखार के साथ ही जोड़ों में दर्द होता है और बेहोशी आती है। बदन पर बड़े-बड़े चकत्ते भी उभर जाते हैं। मच्छरों पर काबू रख बीमारी से बचा जा सकता है। इस बीमारी से मुतासीर अहम तौर से बच्चे और बूढ़े होते हैं।
डेंगू का मरीज आया
रिम्स में बुध को डेंगू का एक और मरीज डॉ. विद्यापति की यूनिट में भर्ती कराया गया। मुतासीर दयानंद यादव पुलिस का जवान है और खेलगाँव में तैनात है। मरीज की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। यह सीजन का रिम्स में चौथा मामला है। डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को दिन में भी ध्यान रखना चाहिए कि मच्छर न काटें। इसके इंतजाम करें। क्योंकि, एक रिसर्च के मुताबिक डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है।