मुंबई की एक अदालत ने बाली वुड अदाकार सलमान ख़ान के ख़िलाफ़ टक्कर देने और फ़रार होजाने के एक मुआमले में फ़र्द-ए-जुर्म आइद की है
इस तरह अब मुक़द्दमा का बाक़ायदा शुरू होगया है जिस में अगर सलमान ख़ान क़सूरवार पाए गए तो उन्हें दस साल की सज़ाए क़ैद होसकती है। उन पर ताअज़ीरात-ए-हिंद की मुख़्तलिफ़ दफ़आत के तहत मुक़द्दमात दर्ज किए गए हैं जिन में मोटर व्हीकल्स ऐक्ट की ख़िलाफ़वरज़ी भी शामिल है।
सलमान ख़ान ने अलबत्ता इन तमाम इल्ज़ामात को नकारते हुए ख़ुद को बेक़सूर ठहराया। सलमान ख़ान आज सैशन जज यूबी हैजब के इजलास पर हाज़िर हुए जिन्होंने 19 जुलाई को सलमान ख़ान को अदालत में हाज़िर होने का सुमन जारी किया था। क़ारईन को याद होगा कि आज से ग्यारह साल क़बल मुंबई के बांद्रा इलाक़ा में ये हादिसा पेश आया था।
सलमान ख़ान ने इस दौरान अदालत को मुक़द्दमा की सुनवाई के दौरान शख़्सी तौर पर हाज़िरी से इस्तिस्ना की दरख़ास्त दाख़िल की थी जिसे मंज़ूर करलिया गया लेकिन ये हिदायत भी की गई कि जब जब मुक़द्दमा की समाअत के दौरान उनकी ज़रूरत महसूस होगी तो उन्हें शख़्सी तौर पर हाज़िर होना पड़ेगा।
हालाँकि जज ने पहले ये कहा कि उनका चूँकि तबादला होरहा है लिहाज़ा वो सलमान पर फ़र्द-ए-जुर्म आइद नहीं करसकते जिस पर सलमान ख़ान के वकील ने जज पर ज़ोर दिया कि वो आज ही तमाम इल्ज़ामात आइद करने के सिलसिला को बरख़ास्त करदें क्योंकि सलमान ख़ान दो माह के लिए बैरून-ए-मुल्क जा रहे हैं जिस से मुक़द्दमा मज़ीद ताख़ीर का शिकार होसकता है जिस पर जज ने सलमान ख़ान पुराविद् तमाम इल्ज़ामात को पढ़ कर सुनाया सलमान ने इन तमाम इल्ज़ामात से इनकार किया।