अबदुलकरीम टुंडा को लश्कर-ए-तयबा कमांडर के साथ इख़तिलाफ़ हो गया था, क्योंकि 26/11 हमलों से क़ब्ल माली उमूर के सिलसिले में ज़की अलरहमन लखवी के साथ बहस-ओ-तकरार के बाद उन्हें नजरअंदाज़ किया जा रहा था।
सीनियर पुलिस ओहदेदारों ने 70 साला माहिर बमसाज़ अबदुलकरीम टुंडा से तफ़तीश के दौरान इस बात का पता चलाया। टुंडा को लश्कर-ए-तयबा में सरकर्दा मुक़ाम हासिल करने का मौक़ा था, लेकिन इस तंज़ीम के कमांडर ज़की अलरहमन लखवी ने उन्हें इस मौक़े से महरूम कर दिया। हालाँकि लश्कर-ए-तयबा का निशाना जो पहले कश्मीर तक महिदूद था, उसे हिंदुस्तान भर में टुंडा ने वुसअत दी थी।