टैंग‌ बैंड पर चाकली उलमा, डोडी कुमरिया और शेख़ बंदगी के मुजस्समों(मूर्ती)रखने की मांग‌

तेलंगाना में क़ायम यूनीवर्सिटीज़ के नामों की तबदीली पर भी ज़ोर, प्रोफ़ैसर कांचा ईलिया की प्रैस कान्फ़्रैंस

प्रोफ़ैसर कांचा ईलिया मुमताज़ दलित क़ाइद ने टैंग‌ बैंड हैदराबाद पर दलित क़ाइद कोमरम भीम का मुजस्समा(मूर्ती) नसब(स्थापित) करने रियास्ती हुकूमत के कदम‌ का ख़ौरमक़दम(स्वागत) किया और साथ ही साथ इसी टैंग‌ बैंड पर कोरम भीम के मुजस्समा(मूर्ती) की तंसीब अमल में लाने के मौक़ा पर ही चाकली उलमा, डोडी कुमरिया और शेख़ बंदगी जैसे अज़ीम मुजाहिदीन-ओ-क़ाइदीन के मुजस्समों(मूर्ती) की तंसीब अमल में लाने का रियास्ती हुकूमत से पुरज़ोर मुतालिबा(मांग‌) किया।

आज यहां अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए चाकली उलमा और डोडी कुमरिया ने फ्यूडल सिस्टम (जागीरदाराना निज़ाम) के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त जद्द-ओ-जहद किए थे और शेख़ बंदगी ने रज़ाकारों के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर जद्द-ओ-जहद की थी लिहाज़ा इन तीनों के मुजस्समों(मूर्ती) की तंसीब अमल में लाने को हुकूमत की तरफ‌ से टैंग‌ बैंड पर नसब किए जाने वाले मुजस्समों(मूर्ती) की फ़हरिस्त(लीसट‌) में शामिल किया जाना चाहीए।

इस सिलसिले में फ़िलफ़ौर मुसबत इक़दामात किए जाने चाहीए। प्रोफ़ैसर ईलिया ने मज़ीद कहाकि इलाक़ा तेलंगाना में पाई जाने वाली बाअज़ यूनीवर्सिटीयों के नाम भी बदलने ने की सख़्त ज़रूरत है लिहाज़ा इलाक़ा तेलंगाना की यूनीवर्सिटीयों बिलख़सूस काकतीय यूनीवर्सिटी का नाम बदल‌ के इस यूनीवर्सिटी को समसका यूनीवर्सिटी के नाम से मौसूम करने तेलंगाना यूनीवर्सिटी को कोमरम भीम यूनीवर्सिटी के नाम से मौसूम करने महात्मा गांधी यूनीवर्सिटी को उलमा यूनीवर्सिटी के नाम से मौसूम करने का रियास्ती हुकूमत से पुरज़ोर मुतालिबा(मांग‌) किया।

उन्हों ने मसरस के केशव राव पिछ्ले एम पी-ओ-सीनीयर कांग्रेस क़ाइद (नेता) और मधु गौड़ याशिकी रुकन पार्लीमान कांग्रेस पार्टी पर इल्ज़ाम आइद किया कि इन दोनों क़ाइदीन(नेता) में इलाक़ा तेलंगाना से मुताल्लिक़ मसले पर मुकम्मल बेदारी-ओ-मालूमात नहीं हैं। मज़कूरा दोनों ही कांग्रेस क़ाइदीन(नेता) ना सिर्फ आला तबक़ात के क़ाइदीन (नेता)के साथ हाथ मिलाते हुए अपने हाथों में झंडे उठाए हुए हैं

प्रोफ़ैसर कांचा ईलिया ने वाज़िह तौर पर कहाकि दलित क़ाइदीन(नेता) पर आला तबक़ात क़ाइदीन (नेता)के दबाओ को ख़तम‌ करना चाहीए। उन्हों ने कहाकि अगर मज़कूरा तीनों मुजाहिदीन के मुजस्समे(मूर्तीयो) टैंग‌ बैंड पर नसब ना किए जाने की सूरत में कोई और क़ाइदीन(नेता) के मुजस्समों(मूर्ति) की तंसीब अमल में लाने से रोक दिया जाएगा। गोला को रोमा मक़ूला पोराटा समीती (जी के पी ऐस) के रियास्ती सदर मिस्टर जी सरीनवास यादव और पिछ्ले वज़ीर मिस्टर सी कृष्णा यादव ने कहाकि 14 अक्टूबर से मुज़करा तीनों क़ाइदीन(नेता) चाकली उलमा, डोडी कुमरिया और शेख़ बंदगी के मुजस्समों की तंसीब अमल में ना लाने की सूरत में बड़े पैमाने पर जद्द-ओ‍जहद(कोशिश‌) का आग़ाज़(शुरुआत‌) करने का सख़्त इंतिबाह(चेतावनी) दिया।