चलती ट्रेन में तबि सहूलत अब मुफ्त में नहीं मिलेगी। इब्तेदायी इलाज़ के लिए मुसाफिरों को जेब ढीली करनी होगी। इसके लिए इलाज़ की फीश 20 रुपये मुकर्रर किया गया है।
हुक्म जुलाई से पूरे मुल्क में लागू हो रहा है। ट्रेन सफर में इलाज़ की सहूलत को बेहतर बनाने के लिए रेलवे बोर्ड इस फैसले को अहम मान रही है। ट्रेन सफर के दौरान किसी मुसाफिर की तबीयत खराब होने पर अब तक मुफ्त इलाज की निजाम है। रेलवे बोर्ड के फैसले के बाद मुकर्रर हुआ है कि सफर के दौरान किसी मुसाफिर की तबीयत बिगड़ने पर मुसाफिर को ट्रेन के टीटीइ को इत्तिला देनी होगी।
टीटीइ यह इत्तिला ट्रेन के टीएस को देगा और ट्रेन में मौजूद डॉक्टर की सलाह लेकर मुसाफिर का इब्तेदाई इलाज़ होगा। इसके लिए मुसाफिर को 20 रुपये का फीश देना होगा । ट्रेन में डॉक्टर के मौजूद नहीं होने पर टीएस मुतल्लिक़ मंडल ऑफिस के कंट्रोल रूम को इत्तिला देगा। अगले स्टेशन पर मुसाफिर को इलाज और दवा दस्तयाब करायी जायेगी।