महबूबनगर 15 अगस्त: बज़म कहकशां महबूबनगर के 10 अगस्त के मुनाक़िदा ख़ुसूसी मीटिंग में हलीम बाबर सदर बज़म कहकशां बड़े करब-ओ-अफ़सोस के साथ इस बात पर रोशनी डालते हुए कहा कि महबूबनगर के अवामी क़ाइदीन को अवाम की जान-ओ-माल की कोई फ़िक्र नहीं है।
महिकमा ट्रैफ़िक पुलिस-ओ-महिकमा बलदिया भी इस ख़सूस में बेबस नज़र आए चूँकि बारहा नुमाइंदगी करने के बावजूद सहि राही रोड जंक्शन हज़रत मरदान अली शाह पर ट्रैफ़िक कंट्रोल करने का कोई मुनज़्ज़म बाक़ायदा इंतेज़ाम नहीं किया गया।
मुशाहिदा में ये बात आती हैके सड़क के किनारे ठहरकर पुलिस कांस्टेबल जैसे तमाशा देखता है और कोई हादसा होने पर पहूंच जाता है जोकि इंतेहाई नामाक़ूल अमल है।
होना तो ये चाहीए कि इस जगह ट्रैफ़िक ऑटोमेटिक सिगनल क़ायम किया जाये तो बड़ी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। जिस तरह के न्यू टाउन सहि राह पर सिगनल क़ायम किया गया है।
इसी तरह इस मुक़ाम पर भी क़ायम किया जाये। दोनों मुक़ामात पर ट्रैफ़िक सिगनल का क़ायम होना नामुमकिन तो नहीं है। यहां की सड़कें भी तंग-दामनी का शिकवा करती नज़र आती हैं। बेशुमार आटोज़ , कार्स , मोटर साइकिलस और पैदल चलने वालों की कसीर हुजूम रोज़ाना सुबह ता शाम इस मुक़ाम पर रहा है जिसका कंट्रोल ज़रूरी है।उम्मीद कि जल्द इक़दामात किए जाऐंगे।