डोकलाम विवाद, क्या चीन तैयारी कर रहा था युद्ध की?

भारत और चीन का 36 का आंकड़ा बहुत दिनों से चल रहा है| दोनों देशों की सीमा पर आये दिन तनातनी रहती है, तथा सीमा में घुसपैठ का इलज़ाम लगता रहता है| लेकिन पिछले कुछ दिनों से डोकलाम के मुद्दे पर पर भारत और चीन के बीच काफी तनाव दिखा| सरकार के रवैये के साथ साथ सीमा पर लगभग 73 दिनों तक सेनाएं आमने सामने थीं| इस बीच सीमा पर जवानों के बीच मारपीट की ख़बरें भी आती रहीं| इस मुद्दे को और ज़्यादा भयावह रूप देने के लिए चीनी मीडिया ने भी बखूबी अपना काम किया|

चीन की सरकारी नियंत्रण मीडिया ने भारत को लगातार भड़काने का काम किया| एक अख़बार ने तो दोनों देशो के बीच युद्ध की तारीख भी तय कर दी| हालाँकि भारत का इन सभी बातों पर कोई असर नहीं पड़ा और वो अपनी कूटनीति के दम पर चीन पर दबाव बनाया| अंततः चीन की कोई चाल काम न आई और उसे डोकलाम से पीछे हटना पड़ा|

मीडिया के अनुसार चीन की सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी लियू फांग ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि डोकलाम के मामले को ‘सुरक्षित ढंग से सुलझाया गया था|  उन्होंने कहा कि  ‘हमने काफी व्यवहारिक कदम उठाये इसलिए  इसे सुरक्षित ढंग से हल कर लिया गया| डोकलाम विवाद 16 जून को उस वक्त शुरू आरंभ हुआ था जब चीनी की सेना ने भूटान के दावे वाले क्षेत्र में सड़क बनाने की कोशिश की थी|

 

शरीफ़ उल्लाह