वाशिंगटन। जिस प्रकार अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजनाओं का खुलेआम विरोध हो रहा है इससे उनके लिए आगे और मुश्किले खड़ी हो जाएंगी।
जानकारों के मुताबिक़ ईरान और क्यूबा जैसे देशों से जब सम्बन्ध मज़बूती की ओर बढ़ रहे थे, उस वक़्त ट्रंप ने जो फ़ैसले लिए हैं वो बिलकुल ठीक नहीं कहे जा सकते।
अधिकतर अमरीकी नार्थ कोरिया के मामले में भी ट्रंप को दोषी मानते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को भड़काऊ बयानबाज़ी नहीं करनी चाहिए।
इन सब बातों को लेकर ट्रंप की पॉपुलैरिटी में ज़बरदस्त कमी देखने को मिल रही है। कुइंनीपिअक यूनिवर्सिटी में हुए एक ओपिनियन पोल से मालूम हुआ है कि ज़्यादातर लोग उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए फ़िट नहीं समझते। जिन लोगों से ये सवाल पूछा गया था उनमें महज़ 36% लोग ऐसे थे जिन्होंने ट्रंप को राष्ट्रपति पद के लिए ठीक माना।
पूरे देश के 1412 वोटर से पूछने के बाद सिर्फ़ 26 फ़ीसद लोग ऐसे हैं जो ये मानते हैं कि ट्रंप को ट्वीट करते रहना चाहिए जिसका अर्थ है कि 74 फ़ीसद लोग उनके ट्वीट को पसंद नहीं करते।