झारखंड हाईकोर्ट ने पुलिसिया जांच के तरीके पर एतराज़ जताया है। डोरंडा में बच्ची से इस्मतरेज़ि के बाद कत्ल मामले की सुनवाई करने के दौरान जुमेरात को चीफ जस्टिस आर बानुमति की अदालत ने पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट पर नाराजगी जताई और डीजीपी को मामले की फिर से जांच करने की हिदायत दिया। उन्होंने कहा कि इस बार जांच सही तरीके से नहीं हुई, तो एसआईटी की तशकील कर जांच कराई जाएगी।
गुजिशता साल डोरंडा में बच्ची की कत्ल हो गई थी। कत्ल के पहले बच्ची से इस्मतरेज़ि किए जाने का भी इल्ज़ाम था। इस मामले में हाईकोर्ट ने खुद नोटिस लेते हुए तहक़ीक़ात की हिदायत दिया था। वाकिया के तकरीबन एक साल बाद पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी।
इसमें बताया कि किसी भी मुल्ज़िम पर जुर्म साबित नहीं हो सका। अदालत ने इस जवाब पर नाराजगी जताई और कहा कि इस तरह की जांच अगर हो रही है, तो यह दुखद है। अदालत ने तहक़ीक़ात जल्द पूरी करने को कहा, तो पांच दिन में ही क्लोजर रिपोर्ट दे दी गई।