वज़ीर वक़्फ़-ओ-अक़लियती बहबूद अल्हाज क़मर उल-इस्लाम वज़ीर बलदी नज़म-ओ-नसक़ पब्लिक इंटरप्राइज़स हुकूमत कर्नाटक ने इंसिदाद गावकुशी बिल 2012 वापिस लेने का ख़ैर मुक़द्दम करते हुए कहा कि पिछली बी जे पी हुकूमत की तरफ़ से साल 2012 में पेश किए गए गावकुशी पर पाबंदी के बिल को वापिस लेकर सदर उमय्या हुकूमत ने अक़लियतों से किए गए एक अहम चुनाव वादे की तकमील की है।
अल्हाज क़मर उल-इस्लाम ने नई दिल्ली से फ़ोन पर गुफ़्तगु करते हुए कहा कि बी जे पी की हुकूमत में जबकि जगदीश शीटर चीफ़ मिनिस्टर थे, बेलगाम में मुनाक़िदा असेंबली सेशन में गावकुशी पर पाबंदी का बिल पेश किया गया था,रियासत की कांग्रेस हुकूमत ने जारीया दहिय के दौरान बेलगाम में मुनाक़िदा कर्नाटक असेंबली सेशन के दौरान ही बी जे पी हुकूमत के गावकुशी के पाबंदी के बिल को वापिस लेते हुए फ़िर्क़ापरस्तों को उनके ख़तरनाक अक़लियत दुश्मन अज़ाइम में नाकाम बना दिया है।
अल्हाज क़मर उल-इस्लाम ने बताया कि बेलगाम के स्वर्ण सुविधा में असेंबली सेशन के आख़िरी दिन वज़ीर-ए-क़ानून-ओ-पारलीमानी उमोर, मवेशी पालन टी बी जय चंद्र गावकुशी पर पाबंदी आइद करने के बिल 2012 को वापिस लेने के लिए नया बिल पेश की
अल्हाज क़मर उल-इस्लाम ने इस बात पर इज़हार मुसर्रत किया है कि सदर उमय्या ने चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से गावकुशी पर पाबंदी के बिल को वापिस लेते हुए रियासत के अक़लियतों से किए गए अहम चुनाव वादे को पूरा किया है।