तरक़्क़ी के मुआमले में रियासत तेलंगाना को बहुत जल्द सर फ़हरिस्त मुक़ाम हासिल होगा

तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसिल में तसर्रुफ़ बिल के बिशमोल जुमला 7 बलज़ि की मंज़ूरी के बाद कौंसिल की कार्रवाई ग़ैर मुअय्यना मुद्दत के लिए मुल्तवी करदी गई। वज़ीर फाइनैंस अटाला राजिंदर ने कहा कि तेलंगाना तरक़्क़ी-ओ-बहबूद के मुआमले में बहुत जल्द सर-ए-फ़हरिस्त होगी। उन्होंने कहा कि तेलंगाना तहरीक में हिस्सा लेने वालों की हुकूमत शुक्रगुज़ार है। उस्मानिया यूनीवर्सिटी के तलबा, मुलाज़मीन और दुसरे तबक़ात से टी आर एस ने जो वादे किए हैं, उन्हें बहरहाल पूरा किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना को मर्कज़ से 30 हज़ार करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी, ताहम सिर्फ़ 14 हज़ार करोड़ रुपये हासिल हुए। मर्कज़ ने अपने जारीया प्लान बजट में एक लाख दस हज़ार करोड़ रुपये की कटौती की है। उन्होंने कहा कि तक़सीम रियासत बिल में किए गए वादों के मुताबिक़ 4000 मैगावाट का बर्क़ी प्लांट और क़बाइली यूनीवर्सिटी नहीं दी गई।

पसमांदा इलाके के बजट में तवक़्क़ो के मुताबिक़ मर्कज़ से इमदाद हासिल नहीं हुई, आराज़ीयात भी फ़रोख़त नहीं हो सकीं, जिस से रियासत को आमदनी की काफ़ी उम्मीद थी। उन्होंने बताया कि दस माह के दौरान रियासत को 67 हज़ार करोड़ रुपये की आमदनी हुई और 65 हज़ार करोड़ रुपये ख़र्च किए गए। उन्होंने बताया कि तेलंगाना रियासत क़ुदरती वसाइल से मालामाल है, तरक़्क़ी के मवाक़े मौजूद हैं, लिहाज़ा बहुत जल्द उसे सर-ए-फ़हरिस्त मुक़ाम हासिल होगा।