एक मुक़ामी अदालत तहलका के बानी-ओ-एडीटर तरूण तेज पाल जो उनके साथ काम करनेवाली ख़ातून सहाफ़ी की इस्मत रेज़ि के मुल्ज़िम हैं, ने तरूण को उनकी अलील वालिदा से कल मुलाक़ात करने की इजाज़त दी है।
फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के जज विजय पोल ने तेज पाल की जानिब से दाख़िल करदा दरख़ास्त को मशरूत तौर पर मंज़ूर किया जिसकी तकमील उन्हें बहरहाल करनी पड़ेगी। तेज पाल शुमाली गोवा के मौज़ा मोएरा में अपनी अलील वालिदा से मुलाक़ात करेंगे। अदालतने उन्हें 15 मार्च को अलील वालिदा से मुलाक़ात की इजाज़त दी थी।
50 साला तेज पाल ने अपनी दरख़ास्त में इद्दिआ किया था कि उनकी वालिदा दिमाग़ की रसूली की मरीज़ा हैं और अपनी ज़िंदगी के आख़िरी मराहिल में हैं लिहाज़ा उनसे मुलाक़ात की इजाज़त दी जाये जिसके बाद अदालत ने उन्हें कल अपनी वालिदा से सिर्फ़ एक घंटा की मुलाक़ात की इजाज़त दी और ये भी कहा कि अगर तेज पाल अपनी वालिदा से दुबारा मुलाक़ात करना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें ताज़ा दरख़ास्त दाख़िल करनी होगी।
याद रहे कि तरूण तेज पाल को गुजिश्ता साल 30 नवंबर को मुबय्यना तौर पर अपनी ख़ातून जूनियर की इस्मत रेज़ि के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया था और उन्हें पणजी से 40 किलो मीटर दूर वास्को टाउन की सदासब जेल में कैद रखा गया है।