मर्कज़ी वज़ीरे दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि वक़्त बहुत कम है, ताहम जलद अज़ जल्द अलाहिदा तेलंगाना रियासत के अमल को पूरा किया जाएगा।
वाज़िह रहे कि मर्कज़ी वज़ीरे दाख़िला ने आज सदर जमहूरीया से मुलाक़ात की। बावसूक़ ज़राए के बमूजब चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने सदर जमहूरीया को मकतूब रवाना करते हुए रियासत को ग़ैर जमहूरी अंदाज़ में तक़सीम की जो शिकायत की है, इस पर हुकूमत की तरफ़ से वज़ाहत की गई है।
शिंदे ने सदर जमहूरीया को तक़सीम आंध्र प्रदेश के तरीके कार और मर्कज़ी वुज़रा कमेटी की तरफ तैयार किए गए रहनुमा या ना उसूल पर तबादले ख़्याल करते हुए उन्हें कल जमाती मीटिंग तलब करने के ताल्लुक़ से वाक़िफ़ किराया, ताहम जब इस सिलसिले में शिंदे से बातचीत की गई तो उन्होंने चीफ़ मिनिस्टर के मकतूब पर सदर जमहूरीया से बातचीत की तरदीद करते हुए कहा कि उन्होंने इस मसले पर सदर जमहूरीया से किसी किस्म की बातचीत नहीं की।
उन्होंने चीफ़ मिनिस्टर के मकतूब पर किसी रद्द-ए-अमल का इज़हार करने से इनकार करते हुए कहा कि हर काम जमहूरी उसूलों की रोशनी में होगा, कोई गै़रक़ानूनी या ग़ैर जमहूरी अमल नहीं होगा।
उन्होंने आंध्र प्रदेश की 8 मुस्लिमा सियासी जमातों को मकतूब रवाना करने का इद्दिआ करते हुए कहा कि कल जमाती मीटिंग में वुज़रा कमेटी के रहनुमायाना ख़ुतूत पर सियासी जमातों की राय और तजावीज़ हासिल की जाएंगी। बावसूक़ ज़राए के बमूजब मर्कज़ी वज़ीरे दाख़िला ने सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी को बताया कि आर्टीकल 371 डी के अलावा दुसरे उमूर पर माहिरीन क़ानून की राय हासिल करके काम किया जा रहा है और आर्टीकल 3 के तहत ही आंध्र प्रदेश की तक़सीमे अमल में आएगी।
उन्होंने कहा कि सियासी जमातों की राय हासिल करने के बाद कुल जमाती मीटिंग तलब किया जाएगा। इसी दौरान मर्कज़ी विज़ारते दाख़िला के सेक्रेटरी अनील गोस्वामी ने बताया कि रियासत की 8 सयासी जमातों को मकतूब रवाना करते हुए 5 नवंबर तक मर्कज़ी वुज़रा कमेटी के रहनुमायाना उसूल पर अपनी राय पेश करने की अपील की गई है।