यूएनएचसीआर के आंकड़ों के मुताबिक, सीरिया के युद्ध में लगभग 500,000 लोग मारे गए और 11 लाख से अधिक विस्थापित हुए हैं, जो गुरुवार को अपने आठवें वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं।तुर्की बलों द्वारा अफ्रिन में निरंतर यूद्ध जारी रखने के कारण बुधवार से करीब 30,000 नागरिकों को भागने के लिए मजबूर किया गया हैक्या औरतें क्या मर्द, बच्चे, बूढ़े सभी इस कतार में हैं, यहाँ से निकलना ही होगा लोगों को क्योंकि अभी लड़ाई बाक़ी है।ऐसी कई तस्वीरें सामने आई हैं जहां नागरिक खुशी का इज़हार कर रहे हैं और जीत का सिंबल दिखा रहे हैं।कुछ को तो खुशी भी है की आखिर हम यहाँ से निकलने में सफल हुए। ये अपना बचा हुआ जिंदगी रिफूजी कैंपों में गुज़ार लेंगे।सात साल बाद भी सीरिया में युद्ध की का कोई अंत नहीं दिख रहा है और इसका परिणाम है बड़ी मात्रा में पलायनपूरे पूर्वी घौता में 400,000 लोगों का घर है, और यह 2013 के मध्य से एक सरकारी घेराबंदी के अधीन रहा है।घौता के डौमा जिले में लगभग 25 ट्रक की सहायता की अनुमति दी गई थी। पह इस क्षेत्र की आबादी 125,000 के ऊपर है ऐसे में इतने कम खाद्य आपूर्ति इतने लोगों के लिए बहुत कम है , पलायन तो लाज़्मी है।थोड़ा सुस्ता भी तो लें : एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए यातायात की सुविधा भी तो नहीं है, और मंज़िल अभी दूर है।बच्चों के लिए पैदल चलना बहुत मुश्किल है आखिर कितनी दूर वो पैदल चलेंगे, और क्या उसके माता पिता उसे मिलों पैदल चलना देख पाएंगे।50,000 पूर्वी घौता और 30,000 आफ़रीन से अपना घर बार छोड़ चुके हैंसीरिया के पूर्वी घौता और आफ़रीन से सबसे ज्यादा पलायनइस जोड़ी को मुहब्बत की सबसे अच्छी निशानी कह सकते हैं
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