तहक़ीर अदालत का मुजरिम साबित होने पर मुस्ताफ़ी होने गिलानी का फ़ैसला

पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने आज वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान यूसुफ़ रज़ा गिलानी के ख़िलाफ़ तहक़ीर अदालत के मुक़द्दमा की कार्रवाई कल तक केलिए मुल्तवी करदी क्योंकि उन के वकील सफ़ाई एतिज़ाज़ अहसन बीमार हैं। दरीं असना सदर आसिफ़ अली ज़रदारी के ख़िलाफ़ जालसाज़ी मुक़द्दमात पर ज़बरदस्त दबाउ के पेशे नज़र वज़ीर-ए-आज़म ने फ़ैसला किया कि अगर सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला उन के ख़िलाफ़ होता है तो वो अपने ओहदा से मुस्ताफ़ी हो जाएंगे।

कसीर उल-इशाअत रोज़नामा दी डेली टाइम्स ने पीपल्ज़ पार्टी में अपने ज़राए के हवाले से इत्तिला दी है कि गिलानी पीपल्ज़ पार्टी और बरसर-ए-इक़तिदार मख़लूत हुकूमत की हलीफ़ पार्टीयों की क़ियादत से मुशावरत के बाद सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला अपने ख़िलाफ़ होने की सूरत में मुस्ताफ़ी होने का फ़ैसला कर चुके हैं।

वज़ीर-ए-आज़म गिलानी ने पीपल्ज़ पार्टी की आला सतही क़ियादत को तय्क्कुन दिया है कि वो मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म के ओहदा से मुस्ताफ़ी होने केलिए तैय्यार हैं।

अगर उन से ऐसे किसी इक़दाम के लिए कहा जाय जिस से पार्टी और इस के क़ाइद से उन की वफ़ादारी मुतास्सिर होती हो ।

ख़बर में कहा गया है कि गिलानी ने पार्टी क़ाइदीन को इत्तिला दे दी है कि वो शख़्सी तौर पर सुप्रीम कोर्ट में हाज़िर होकर पेशगी इक़दाम के तौर पर अपने ओहदा से मुस्ताफ़ी होने की पेशकश करेंगे।